नमाज में वक्त की पाबंदी ज़रूरी हैं, नमाज वक्त पर अदा करें ।
मेघनगर । दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु डॉक्टर सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब हमेशा हर वाअज में फरमाते हैं के हर घर में एक हाफिजुल कुरान हो । उक्त बात सैयदना साहब के घराने से पधारे जनाब आदम भाई साहब ने कही ।जानकारी देते हुए थांदला आमील साहब शेख सैफुद्दीन नाजिब ने बताया कि इस वर्ष 1444 थांदला रमजान की खिदमत के लिए सैयदना साहब के भ्राता शहजादा कुसई भाई साहब के फरर्जंद आदम भाई साहब थांदला पधारे हुए हैं । उनकी वाअज़ व नसीहतो समाज के लोग प्रभावित हैं।आदम भाई साहब ने फरमाया कि इंसान में इंसानियत होना चाहिए जिसके चलते आपस में प्रेम व मोहब्बत बनी रहे । रमजान माह इबादत का महीना होता है । इस महीने में नेकी के काम करने चाहिए जिससे सवाब मिलता है । नमाज को नमाज के वक्त पर ही अदा करना चाहिए एवं रातों में भी इबादत कर खुदा को व खुदा के रसूल को याद करना चाहिए।जनाब आदम भाई साहब रोजाना बयान के बाद इमाम हुसैन की शहादत पढ़कर पुरजोश मातम भी करवा रहे हैं जिससे रमजान के माह में कर्बला का वाकया नजर आ रहा है । इमाम हुसैन की शहादत रोजाना छोटे-छोटे बच्चे भी पढ़कर हुसैन को याद कर रहे हैं। जनाब आदम भाई साहब रोजाना समय निकालकर मोमिनो के घर पर भी जाकर उनकी खबर ले कर सैयदना साहब के कलाम उन तक पहुंचा रहे। जनाब आदम भाई साहब सैयदना साहब की रजा मुबारक से विशेष किताब (सबक) भी रोजाना पढ़ा रहे हैं जिससे मोमिनो को लाभ मिल रहा है । रमजान महीने में हर मोमिन इबादत में लगा हुआ है रोजाना कुरान की तिलावत नमाज रोजे रख सैयदना साहब के खुशी हासिल कर रहा है । दाऊदी बोहरा समाज का पूरे महीने भोजन भी सामूहिक रूप से भोजनशाला में ही हो रहा है । साथ ही दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु सैयदना अली कदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब (ताऊस) इन दिनों राजस्थान के गलियाकोट शहर में मजारे फखरी पर तशरीफ़ रख रहे हैं । सैयदना साहब के गलियाकोट में तशरीफ़ रखने से रोजाना हजारों की संख्या में लोगों का गलियाकोट आना जाना चल रहा है जिससे सैयदना साहब के साथ नमाज व उनके दीदार करने का शरफ मोमिनो को मिल रहा है। ज्ञात रहे कि दाऊदी बोहरा समाज का रमजान महीना 22 मार्च से शुरू हुआ है एवं 30 रोजे 20 अप्रैल गुरुवार को पूरे हो रहे हैं एवं 21 अप्रैल शुक्रवार के दीन दाऊदी बोहरा समाज ईद मनाएगा । उक्त जानकारी दाऊदी बोहरा समाज के मेघनगर के वाली मुल्ला अली असगर भाई ईज्जी द्वारा दी गई है ।