हास्य, ड्रामा और निरंतर मनोरंजन भरे उतार चढ़ावों से भरपूर फिल्म 'गुलाबो सिताबो' का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर देखने के लिए तैयार हो जाइए जिसकी व्यंग्य से भरी कहानी आपको लुभाएगी-हंसाएगी. यह प्रीमियर आप देख सकेंगे 8 नवंबर 2020 की दोपहर 12.00 बजे, सिर्फ सोनी मैक्स पर. इस फिल्म में केंद्रीय भूमिका अमिताभ बच्चन ने की है और उनका भरपूर साथ दिया है युवा अभिनेता आयुष्मान खुराना ने. 'गुलाबो सिताबो' एक लैंडलॉर्ड और उसके किरायेदारों के बीच निरंतर चलने वाली नोंकझोंक की मजेदार कहानी है जिसका निर्देशन किया है शूजित सरकार ने. जुही चतुर्वेदी की लिखी इस फिल्म को राइजिंग सन फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले बनाया है रॉनी लहिरी और शील कुमार ने.
'गुलाबो सिताबो' लखनऊ की बैकग्राउंड पर बनाई गई है. कहानी के मुख्य पात्र हैं मिर्ज़ा साहब (अमिताभ बच्चन) जो गिरने की हद तक जीर्ण शीर्ण हो चुकी एक हवेली के मालिक हैं. उनके बहुत से किराएदारों में से उनका सबसे ज़्यादा विरोध करने वाला है बांके (आयुष्मान खुराना). दोनों के बीच निरंतर कहासुनी होती रहती है, खासतौर पर किराए को लेकर. कहानी का एक मोड़ दर्शकों को चौंकाने वाला है और फिल्म खत्म होते होते एक खूबसूरत सबक सिखा जाता है. इसकी सपोर्टिंग कास्ट में हैं फारुख जेफर, सृष्टि श्रीवास्तव, विजय राज, टीना भाटिया, बृजेंद्र काला और पूर्णिमा शर्मा.
'गुलाबो सिताबो' मिर्ज़ा और बांके के बीच चलने वाली नोंकझोंक के बीच कहीं ज्यादा गहरी बात कह जाती है. इसकी मजबूत पटकथा और कुशल फोटोग्राफी दर्शक को मुग्ध किए रहती है. पुराने लखनऊ और इसकी पुरानी शानदार इमारतों, शहर की तंग गलियों के बीच दौड़ते टुक-टुक और साइकिल रिक्शों को फिल्म ने सुंदर रूप से दर्शाया है. अभिषेक मुखोपाध्याय ने अपने कुशल कैमरावर्क के जरिए नवाबी शहर की हर खूबी को बड़ी खूबसूरती से चित्रित किया है, जो कहती है-'मुस्कराइए कि आप लखनऊ में हैं.'
मिर्ज़ा और बांके की मज़ेदार नोंकझोंक को मिस मत कीजिए
तारीख याद रखिए-8 नवंबर, दोपहर 12.00 बजे, 'गुलाबो सिताबो'
वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर, सिर्फ सोनी मैक्स पर.