भोपाल ! भारतीय सीमा पर चीनी सेना के सामने चट्टान की तरह खड़े जांबाज़ जवानों के हौसले को समर्पित करते हुए भारतीय सेना के सम्मान में सोशल एक्टिविस्ट डॉ महेश यादव ( अमन गांधी ) ने एक कविता लिखी और उसका वीडियो संदेश बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया हैं
डॉ. महेश यादव ( अमन गाँधी ) अंतरराष्ट्रीय ख्यातिनाम सोशल एक्टिविस्ट है जिन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भ्रमण कर पिछले 24 वर्षों से चीन की भारत के प्रति की जा रही सामरिक साज़िशों से अवगत कराने हेतु आपने खून से लिख लिख कर तथा चित्र बनाकर सैकड़ो बार तत्कालीन राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रीयो से निवेदन किया था कि चीन हमारा मित्र नही है यह हमारा अहित करना चाहता हैं इसलिए भारत चीन नीति पर पुनर्विचार होना चाहिए और सामरिक दृष्टि से जरूरी था कि चीन से हम तिब्बत को आज़ाद कराने की पहल करते और चीन की आक्रमणकारी नीति और उसकी आतंकवादी के लिए उसका विश्व मंचो पर विरोध करते तो आज चीन हमारी सीमा में घुसने की जुर्रत न करता ।
डॉ महेश ने सेना के जवानों के लिए जो कविता लिखी है वो निम्न लिखित है
भारत का स्वाभिमान है सेना
आन बान और शान है सेना
सरहद पर चट्टान बनकर
खड़ा हैं देश का हर वीर जवान
वन्दे मातरम लबो पर लेकर
करते हम उन्हें प्रणाम
दुश्मन ने जब कदम बडाया
सेना ने उसे सबक सिखाया
कफ़न सिरों पर बांधकर
भारत का सम्मान बढ़ाया
सीमा में घुसकर दुश्मन ने
हमारे शौर्य को ललकारा है
चीन की सेना ने अपनी
मौत को पुकारा है
सिंह की भांति गरज पड़ो
दुश्मन पर अब बरस पड़ो
देश की रक्षा की खातिर
सिर दुश्मनों के, कलम करो
भारत की ओ वीर ...सेना
छुड़ा दो दुश्मन का पसीना
लहू वहा दो दुश्मनो का
दिखा कर फौलादी सीना
निकल पढ़ो अब ,सबक सिखाने
दुश्मन के घर , तिरंगा पहराने
बीजिंग हो या रावलपिंडी
तोड़ दो दुश्मन की मुंडी
रणभूमि में दुश्मनो की
अनगिनत भरमार होगी
हौसले बुलंद रखना
दुश्मनो की हार होंगी
भारत का स्वाभिमान हैं सेना
आन बान और शान है सेना
जय हिंद - जय भारत
लेखक-
डॉ. महेश यादव ( अमन गांधी )