भोपाल ! ख्यातिनाम सोशल एक्टिविस्ट और अमन गाँधी फ़िल्म प्रोडक्शन्स के निर्माता निर्देशक डॉ महेश यादव ( अमन गांधी ) ने स्वाधीनता दिवस के अवसर पर देश की एकता, अखंडता के संदेश के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो के माध्यम से एक कविता प्रस्तुत की जो यहाँ निमलिखित हैं
कविता
आरज़ू हैं मेरी बस एक
हमारा भारत रहे एक
कश्मीर से कन्याकुमारी
इंद्र धनुषी हैं संस्कृति हमारी
दुश्मनों के नापाक कदम
अब न हमारे करीब आये
धर्म -जाति के झगड़े
अब न दोहराए जाए
जब जब हम बंटे रहे
तब तब हमने जुल्म सहे
जबसे हम सब एक हुए
दुश्मन हमसे दूर रहे
अपने घर के जयचंदो ने
जब दुश्मनों को भेद बताये
जिसके कारण हम सब पर
गुलामी के बादल छाए
हज़ार वर्ष की गुलामी में
जकड़ गई थी भारत माँ
अनगिनत वीरो ने जब
भारत माँ पर शीश चढ़ाया
सत्य अहिंसा साहस से
हमने अपना इतिहास बनाया
मंगल पांडे- लक्ष्मीबाई ने
आज़ादी का अलख जगाया
गांधी-सुभाष ,अशफ़ाक भगतसिंह ने
स्वतंत्र भारत हमे दिलाया
नेहर -पटेल और अम्बेडकर ने
लोकतांत्रिक देश बनाया
किसानों ने सोना उपजाकर
मजदुरों ने श्रम लगाकर
व्यापारियों ने धन कमाकर
भारत को समृद्ध बनाया
युवाओ ने सेना में आकर
वीरता का परचम लहराया
दुश्मनो के घरो में घुसकर
भारत का तिरंगा लहराया
हिन्दू मुस्लिम का भेद नहीं
हम इक़वाल के गीत गाते हैं
वंदेमातरम लवो पर है
कलाम को दिल मे बसाते हैं
गांधी जैसे लोग नही अब
गोडसो की कमी नहीं है
साज़िशों से बचकर रहना
भारत की जय कहते रहना
आरज़ू है मेरी बस एक ,हमारा भारत रहे एक
जय हिंद- जय भारत
लेखक - डॉ. महेश यादव ( अमन गाँधी )