राजीव गांधी प्रोधोगिकी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा TEQIP-3 के अंतर्गत एक दिवसीय वेबिनार आयोजित विषय: 'नैनो मैटेरियल्स फॉर गैस सेंसिंग एप्पलीकेशन' पर एक दिवसीय ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन आज 13 जुलाई 2020 को प्रातः 11 से 2 बजे तक ऑनलाइन किया गया
जिसमें देश एवं प्रदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों के शिक्षकों एवं शोधार्थियों द्वारा सहभागिता की गयी यह वेबिनार वर्तमान समय में नैनोटेक्नोलॉजी के महत्व के साथ साथ कैसे हम नैनो मटेरियल्स को हर क्षेत्र में उपयोग कर सकते है और वर्तमान समय मे गैस का महत्व बहुत ज्यादा है और इसको ध्यान में रखते हुए इस विषय पर ये वेबिनार का आयोजन किया गया। विगत कुछ वर्षों में जो भी गैस प्लांट्स में हानियां हुई है अगर उनको समय रहते सेंसिंग की जा सकती तो ऐसी घटनाएं रोकी जा सकती थी , आज के इस विषय में हमे यकीन है, सभी प्रतिभागियों को विषय के बारे में नवीनतम ज्ञान के साथ संपादित किया गया | वेबिनार को डॉ. महेश कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IIT), जोधपुर, विषय विशेषज्ञ द्वारा लेक्चर दिया गया जिसमे उन्होंने नैनो मटेरियल की उपयोगीता एवं उसके फायदे किस तरह से गैस सेंसिंग, इलेक्ट्रॉनिक, सोलर सेल, एनर्जी क्षेत्र के साथ साथ मेडिकल क्षेत्र में बहुत महत्व है प्रकाश डाला गया है एवं वेबिनार के अंत मे डॉ. महेश कुमार द्वारा सभी प्रतिभागियों के सवालों के आंसर दिए गए | सभी प्रतिभागियों के वेलकम स्कूल ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. पूर्णिमा स्वरूप खरे द्वारा किया गया एवं बताया गया की वेबिनार को TEQIP-3 के अंतर्गत कराया जा रहा एवं विभाग द्वारा वर्ष भर विभिन्न विभिन्न विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा एक्सपर्ट लेक्चर एवं ट्रैनिंग प्रोग्राम कराए जाने की तैयारी है एवं पूर्व में भी स्कूल ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा नेशनल लेवल ऑनलाइन क्विज एवं वेबीनार का सफलता पूर्वक आयोजन किये गए है |इस वेबीनार के लिए 400 शिक्षको एवं शोधार्थियों द्वारा पंजीयन ऑनलाइन कराया गया है। 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने ऑनलाइन एवं यू ट्यूब लाइव के माध्यम वेबिनार में सहभागिता की साथ मे सभी लोगो से फीडबैक के साथ ऑनलाइन डिजिटल प्रमाण पत्र प्रदान भी किया गए | नैनटेक्नोलॉजी द्वारा वर्तमान में एम. टेक का कोर्स चलाया जाता है जिसमे इंजीनियरिंग की सभी ब्रांचों के छात्र प्रवेश ले सकते है ये जानकरी भी प्रदान की गई | वेबिनार में डॉ. गगन कांत त्रिपाठी सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया, प्रोफेसर प्रियवंद बुंदेला, प्रोफेसर प्रदीप खिरिया द्वारा वेबिनार में सहयोग दिया गया |
धन्यवाद
डॉ. गगन कांत त्रिपाठी
सहायक प्राध्यापक
स्कूल ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी
कॉर्डिनेटर