रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आज उनकी समाधि स्थल बरहा जबलपुर मैं जनता दल प्रदेश अध्यक्ष सूरज जायसवाल ने नगर अध्यक्ष सुभाष जयसवाल मोहन दुबे नवनीत झा मुस्ताक अली साथियों के साथ जाकर समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया उन्होंने इस अवसर पर कहा कि रानी दुर्गावती का बलिदान इस देश की बलिदान गाथाओं में सबसे ऊपर है लेकिन अफसोस की बात है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिस प्रकार से रानी दुर्गावती के बलिदान की पहचान होनी चाहिए थी आज रानी दुर्गावती का इतिहास उस पहचान से वंचित है सिर्फ महाकौशल क्षेत्र में ही रानी दुर्गावती की गाथाओं

से परिचित हैं जब हम प्रदेश से बाहर जाते हैं तो निश्चित तौर पर इस बलिदान के बारे में लोगों को बताना पड़ता है यह बहुत दुर्भाग्य का विषय है जबकि रानी दुर्गावती महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ी उदाहरण है और देश की पहली महिला बलिदानी थी जिन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए अपने दम पर कई बार मुगलों की सेनाओं को परास्त किया अगर शासन और प्रशासन चाहे तू भी सोशल मीडिया के दौर में रानी दुर्गावती की गाथाओं को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवा सकते हैं लेकिन अफसोस इस ओर किसी की चिंता और कदम नहीं है गोंडवाना साम्राज्य सही मायने में आदिवासी और अति गरीब वर्ग के लोगों का साम्राज्य रहा है जिससे मुगल शासकों ने अपनी सभी प्रकार की संपन्नता के होने के बाद भी रानी दुर्गावती से कई बार हार का सामना करना पड़ा श्री जायसवाल ने अपनी पुरानी मांग को दोहराते हुए कि जबलपुर एयरपोर्ट का नाम रानी दुर्गावती के नाम सेकेंद्र शासन जल्द से जल्द घोषित करें उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी मांग की है कि समाधि स्थल पर पीने के पानी की व्यवस्था और रेलवे और अन्य जगहों पर रानी दुर्गावती की शहादत स्थल को प्रचारित करें जनता दल यू के नगर अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने रानी दुर्गावती के नाम पर एयरपोर्ट ना होने की स्थिति में जबलपुर में आंदोलन करने का संकल्प लिया!