वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत जहां एक और वायरस के प्रकोप के चलते सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हैं वहीं दूसरी ओर आपराधिक प्रवृत्ति के लोग अपराध घटित करने से बाज नहीं आ रहे पुलिस भी लगातार कमान संभाले हुए हैं और अपराधियों के हौसले पस्त करने में जुटी हुई है।
जिले के युवा पुलिस कप्तान के कुशल नेतृत्व में थाना करनवास की पुलिस टीम को अवैध मादक पदार्थ गांजा का परिवहन करते दो व्यक्तियों को दबोचने में सफलता हासिल हुई है, जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नवल सिंह सिसोदिया एवं एसडीओपी ब्यावरा सुश्री किरण अहिरवार के मार्गदर्शन में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। *करनवास:-* दिनांक 04 जून 2020 को युवा थाना प्रभारी संदीप सिंह मीणा करनवास को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एबी रोड किनारे बने यात्री प्रतीक्षालय के सामने ग्राम भाटखेड़ी के पास दो आदमी मादक पदार्थ गांजा लेकर परिवहन कर रहे हैं हुलिया पता करने के बाद सूचना की तस्दीक हेतु टीम द्वारा मौके पर जाकर देखा तो उक्त हुलिए के व्यक्ति maestro edge स्कूटी लाल रंग की क्रमांक MP39MJ9855 से खड़े दिखे नाम पता पूछा तो स्कूटी चला रहे व्यक्ति ने अपना नाम सफीक उर्फ गुड्डू पिता अमर उद्दीन पठान उम्र 50 साल निवासी माता मंड मोहल्ला ब्यावरा एवं पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम नंदकिशोर पिता बालाप्रसाद सुतार उम्र 35 साल निवासी सुठालिया रोड टाल मोहल्ला ब्यावरा का होना बताया।
चालक के कुर्ते के अंदर कमर में अवैध मादक पदार्थ गांजा एक प्लास्टिक की पोलीथिन में अखबार के अंदर 300 ग्राम कीमती 3000 रू का एवं पीछे बैठे व्यक्ति की जैकिट के अंदर अवैध मादक पदार्थ गांजा एक प्लास्टिक की पोलीथिन में अखबार के अंदर 300 ग्राम कीमती 3000 रू का एवं maestro edge स्कूटी कीमती 50000 रू की कुल मशरूका 56000 रू का जप्त किया गया उक्त मादक पदार्थ अवैध होने से आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया , आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्र. 104/2020 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया और आरोपियों को न्यायालय ब्यावरा पेश किया गया है।
उक्त सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी संदीप सिंह मीणा, प्रधान आरक्षक 753 रविंद्र मुजाल्दे, आरक्षक 798 सुनील, आरक्षक 746 रामकरण, आरक्षक, आर. 294 सुघर सिंह सैनिक 294 धर्मेंद्र एवं आरक्षक चालक 359 मनोज की अहम भूमिका रही।