बेटी अनविशा उदास थी कि इस वर्ष जन्मदिन में उसके दोस्त शामिल नही हो पाए ।महीनों पहले से बर्थ डे मनाने का प्लान बना रही थी। लेकिन ये जन्मदिन कुछ अलग ही ढंग से मनाया । बेटी के इस जन्म दिन को डॉ रीनू व बृजेश सिंह ने कोरोना वोररिर्स पुलिस कर्मियों को गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने हेतु एक हजार ओ आर एस के व सैकड़ों छाछ के पैकेट्स डोनेट किये। व बिटिया अनविशा काया ने सफाई कर्मचारियों को केक खिलाकर अपना बर्थडे मनाया। लेकिन इस तरह जन्मदिन मनाने से वो काफी खुश है व पूरी तैयारियों में मां की हेल्प की
व बाटने के लिए समान को पैक करने में भी मदद की।इसके अलावा आनंद नगर एरिया में पचास परिवारों को महीने भर का राशन भी बांटा।डॉ रीनू ने बताया कि इन सब कार्यो को उन्होंने फार्मकेम लेबोरेटरीज व फाउंडर मि रमन रघुवंशी की मदद से किया।डॉ रीनू समाज सेवा के कार्यो में कई वर्षों से अपना योगदान दे रही है व
महिलाओं की हेल्थ व हाईजीन के लिए लगातार अपनी सेवाएं दे रही है।पचास परिवारों के बाद अब वो दो सौ परिवारों को राशन उपलब्ध करने की दिशा में कार्य कर रही हैं। व लॉक डाउन की वजह से महिलाएं जो कि सेनेटरी पैड्स मार्किट जा कर नही खरीद पा रही उनको वो भी उपलब्ध करने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा
डॉ रीनू यादव कोरोना अवेर्नेस के लिए कई वेबिनर्स का भी आयोजन करवा रही है । व विद्यार्थियों के मुफ्त साइंटिफिक वेविनार व वर्कशॉप भी आयोजित कर रही है और वो उसके लिए प्रतिभागियों से सर्टिफिकेट के नाम पर कोई भी फीस नही ले रही हैं। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के इस काल मे एक शिक्षक को अपनी जिम्मेदारियों को बिना स्वार्थी बने बगैर निभाना चाहिए व समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। यह उन संस्थाओं के लिए एक सीख जो कि वेबिनर्स और ऑनलाइन लर्निंग व उसके सर्टिफिकेट के नाम पर विद्यार्थियों से फीस लेते हैं।डॉ यादव अब तक इस लॉक डाउन में पंद्रह से अधिक वेबिनार आयोजित करवा चुकी हैं व उसमे आठ हजार से ज्यादा विद्यार्थी भाग ले चुके हैं।इसके अलावा वो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय वेबिनर्स व वर्कशॉप्स में फ्री लेक्चर व ट्रेनिंग भी दे रही है, एवं विद्यार्थियों को पर्सनालिटी डेवलोपमेन्ट और मोटिवेशनल लेक्चर्स भी दे रही हैं।
व बाटने के लिए समान को पैक करने में भी मदद की।इसके अलावा आनंद नगर एरिया में पचास परिवारों को महीने भर का राशन भी बांटा।डॉ रीनू ने बताया कि इन सब कार्यो को उन्होंने फार्मकेम लेबोरेटरीज व फाउंडर मि रमन रघुवंशी की मदद से किया।डॉ रीनू समाज सेवा के कार्यो में कई वर्षों से अपना योगदान दे रही है व
महिलाओं की हेल्थ व हाईजीन के लिए लगातार अपनी सेवाएं दे रही है।पचास परिवारों के बाद अब वो दो सौ परिवारों को राशन उपलब्ध करने की दिशा में कार्य कर रही हैं। व लॉक डाउन की वजह से महिलाएं जो कि सेनेटरी पैड्स मार्किट जा कर नही खरीद पा रही उनको वो भी उपलब्ध करने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा
डॉ रीनू यादव कोरोना अवेर्नेस के लिए कई वेबिनर्स का भी आयोजन करवा रही है । व विद्यार्थियों के मुफ्त साइंटिफिक वेविनार व वर्कशॉप भी आयोजित कर रही है और वो उसके लिए प्रतिभागियों से सर्टिफिकेट के नाम पर कोई भी फीस नही ले रही हैं। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के इस काल मे एक शिक्षक को अपनी जिम्मेदारियों को बिना स्वार्थी बने बगैर निभाना चाहिए व समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। यह उन संस्थाओं के लिए एक सीख जो कि वेबिनर्स और ऑनलाइन लर्निंग व उसके सर्टिफिकेट के नाम पर विद्यार्थियों से फीस लेते हैं।डॉ यादव अब तक इस लॉक डाउन में पंद्रह से अधिक वेबिनार आयोजित करवा चुकी हैं व उसमे आठ हजार से ज्यादा विद्यार्थी भाग ले चुके हैं।इसके अलावा वो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय वेबिनर्स व वर्कशॉप्स में फ्री लेक्चर व ट्रेनिंग भी दे रही है, एवं विद्यार्थियों को पर्सनालिटी डेवलोपमेन्ट और मोटिवेशनल लेक्चर्स भी दे रही हैं।