एक साल बाद मंदबुद्धि बालक को मिला पिता का घर
जब पुत्र और पिता अचानक मिले तो दोनों की आंखें भर आई
भोपाल। एक साल बाद जब अचानक पिता और पुत्र का मिलन हुआ तो दोनों की आंखें
भर आर्इं। दरअसल, मंदबुद्धि एक बालक एक साल पहले अपने घर से अचानक लापता
हो गया था, जो भटक कर उज्जैन पहुंच गया। यहां के सेवाधाम आश्रम में इसका
पालन-पोषण होने के साथ ही इलाज कराया गया और नए साल के मौके पर इस बहु
नि:शक्त बालक को उसका खोया हुआ घर-परिवार मिल गया। सेवाधाम आश्रम के
रामकृष्ण बालगृह में एक साल पहले दयनीय स्थिति में आए मानसिक रूप से
दिव्यांग बालक को बाल कल्याण समिति, शहडोल की अनुशंसा पर प्रवेश दिया गया
था। आश्रम की सेवा और देखभाल के चलते एक साल बाद बालक की स्मृति लौट आई
और अपने दोस्त का मोबाईल नंबर बताया तथा संपर्क करने पर भोजपुर बिहार का
होकर पिता से बात हुई। पिता रविन्दर शाह, ग्राम सिकरहटा कला बिहार के
मुखिया प्रकाश कुमार एवं रेलवे थाना जीआरपी जबलपुर के आरक्षक अमित दुबे
सेवाधाम आश्रम आए और पिता अपने पुत्र को देखकर भावुक हो गले लगा लिया।
सेवाधाम आश्रम के संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने बताया कि सेवाधाम आश्रम विगत 31 वर्षों में लगभग 7000 से अधिक दिव्यांग, मनोरोगी एवं बहु
नि:शक्तों को अपने घर-परिवार में पुनर्वसित कर चुका है। इस अवसर पर मुंबई से पधारे वरिष्ठ पत्रकार अनिल राही द्वारा बालक का मंगल तिलक, माला एवं मिश्ठान खिलाकर परिवार में पुनर्वसित किया गया।