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शासन से मांग की गई कि प्रशासनिक स्तर पर हो रहे नियमों के उल्लंघन को रोका जाए। साथ ही रेप व छेड़छाड़ जैसी घटनाओं के आरोपियों की गिरफ़्तारी शीघ्र हों। इसके अलावा पीड़िता को शीघ्र न्याय मिलने व जेल में मिलने वाली सुविधाओं से आरोपी को वंचित रखे जाने की भी मांग रखी गई।
इसके साथ ही अवयस्क आरोपी होने पर अपराध अनुसार दण्ड दिया जाने की मांग करते हुए 'दामिनी की आवाज़ संस्था' की अध्यक्ष अनीता आर्य ने कहा कि वे आगे भी इस लड़ाई को लड़ती रहेंगी जब तक प्रशासन चुस्त नहीं हो जाता।
दरअसल पिछले दिनों भोपाल में हुए रेप कांड के बाद व लगातार महिलाओं के साथ हो रही छेड़खानी को देखते हुए ये मार्च निकाला गया। इससे पहले हबीबगंज स्टेशन सहित भोपाल स्टेशन के पास भी लड़कियों से रेप के मामले सामने आ चुके हैं।
इन्हीं सब को देखकर शहरवासी आहत हैं। वहीं इन केसों में पुलिस की भूमिका भी लापरवाही से भरी रही। इसे देखते हुए जानकारों का मानना है कि यदि पुलिस हमारी सुरक्षा शिकायत तक नहीं सुन सकती तो ऐसी पुलिस की आवश्यकता ही क्या है। उन्होंने ऐसे पुलिसकर्मियों पर तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग भी की।