पटना.लालू प्रसाद की रैली को लेकर पटना का गांधी मैदान शनिवार की शाम से ही समर्थकों से भर गया था। रविवार की सुबह तो मैदान में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। जो लोग मंच से दूर थे वे मैदान को छोड़कर सड़क पर आ गए थे। इसी कारण गांधी मैदान के चारों से गुजरने वाली सड़कें रैली में आए लोगों से भर गया था। इससे लोगों को पैदल चलने तक के लिए जगह नहीं थी।रैली में उमड़ा जनसैलाब...
लालू प्रसाद की ओर से रविवार को आयोजित देश बचाओ भाजपा भगाओ रैली में शनिवार की शाम से लोग पटना आने लगे थे। रविवार की सुबह तो हर रास्ता गांधी मैदान की ओर जा रहा था। ये सिलसिला रैली के शुरु होने के बाद तक जारी है। लोग अभी भी रैली में आ रहे हैं। गांधी मैदान का आधा से ज्यादा हिस्सा राजद कार्यकर्ताओं से भर गया था।
मंच से दूर होने के कारण बड़ी संख्या में लोग गांधी मैदान की सड़कों को अपना ठिकाना बना लिया। पुलिस की ओर से सभा स्थल से दो किलोमीटर पहले ही गाड़ियों को रोक दिया गया था। इससे गांधी मैदान की ओर जाने वाली सारी सड़कों पर राजद कार्यकर्ताओं का जन सैलाब नजर आ रहा था। रैली में भाग लेने के लिए सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोग पटना पहुंचे हैं।
दो साल बाद हुई रैली
- लालू प्रसाद यादव पटना के गांधी मैदान में रविवार को दो साल बाद फिर एक रैली किया है। इससे पहले लालू प्रसाद 2015 में महागठबंधन की रैली में शामिल हुए थे, जिसमें नीतीश कुमार और सोनिया गांधी सहित कई नेताओं ने हिस्सा लिया था।
- लालू प्रसाद यादव पटना के गांधी मैदान में रविवार को दो साल बाद फिर एक रैली किया है। इससे पहले लालू प्रसाद 2015 में महागठबंधन की रैली में शामिल हुए थे, जिसमें नीतीश कुमार और सोनिया गांधी सहित कई नेताओं ने हिस्सा लिया था।
लालू प्रसाद की ओर से 1995 में गरीब रैली, 1996 में गरीब महारैला और 1997 में गरीब-महागरीब रैली आयोजित किया था। इसी गांधी मैदान में 2004 में लालू प्रसाद यादव की लाठी रैली हुई थी। गांधी मैदान की बड़ी रैलियों में 2007 की लालू प्रसाद की चेतावनी रैली भी शामिल है।
ये है गांधी मैदान की बड़ी रैली
- गांधी मैदान में रैलियों के इतिहास पर नजर डालें तो 1967 में डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कांग्रेस के खिलाफ रैली की थी।
- लेकिन, अब तक की सबसे बड़ी रैली जेपी द्वारा 5 जून, 1975 को आयोजित रैली को माना जाता है।
- इसी रैली में उन्होंने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था।
- 1990 में पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने एकजुटता रैली की थी।
- 1994 में नीतीश कुमार ने कुर्मी चेतना रैली की थी।
- नीतीश कुमार ने बिहार बचाओ रैली भी पटना के गांधी मैदान में किया था।
- 2012 में नीतीश कुमार की बिहार को विशेष दर्जा दिलाने की रैली भी शामिल हैं।
- इसी गांधी मैदान में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री व वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली की थी, जिसमें बम विस्फोट हुए थे।
- गांधी मैदान में रैलियों के इतिहास पर नजर डालें तो 1967 में डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कांग्रेस के खिलाफ रैली की थी।
- लेकिन, अब तक की सबसे बड़ी रैली जेपी द्वारा 5 जून, 1975 को आयोजित रैली को माना जाता है।
- इसी रैली में उन्होंने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था।
- 1990 में पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने एकजुटता रैली की थी।
- 1994 में नीतीश कुमार ने कुर्मी चेतना रैली की थी।
- नीतीश कुमार ने बिहार बचाओ रैली भी पटना के गांधी मैदान में किया था।
- 2012 में नीतीश कुमार की बिहार को विशेष दर्जा दिलाने की रैली भी शामिल हैं।
- इसी गांधी मैदान में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री व वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली की थी, जिसमें बम विस्फोट हुए थे।