भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सेवनिया गौड़ गांव में आदिवासी कमल उइके के घर भोजन किया था, वहां शौचालय का सच सोमवार को उजागर हो गया। यहां रोज की तरह बड़ी तादाद में डिब्बा थामे लोग शौच के लिए बाहर ही गए। रविवार को निगम ने दावा किया था कि कमल के घर दो टाॅयलेट हैं लेकिन सोमवार सुबह कमल के पिता गेंदालाल भी डिब्बा लेकर पहाड़ी की ओर शौच के लिए जाते हुए दिखे
भास्कर ने गांव में सुबह 6 बजे से 8 बजे तक रुककर देखा कि अब भी यहां लोग खुले में शौच जा रहे हैं। महिलाएं और लड़कियां भी खुले में शौच के लिए जाती दिखीं। यहां के लोगों ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि भोपाल खुले में शौच मुक्त है।
अधूरे टैंक को ढंकने के लिए पत्थर पटक गए थे
सेवनिया गौड़ में कमल के घर के सामने रमेश ठाकुर के घर का शौचालय भी अधूरा है। शाह-शिवराज के आने के पहले निगम अधिकारियों ने ठाकुर से शौचालय के अधूरे टैंक को पत्थर से ढंकने के लिए कहा था। इसके लिए वे यहां पत्थर भी डालकर गए थे। रमेश की पत्नी कृष्णा ने बताया कि उनका परिवार भी बाहर ही शौच जाता है। कृष्णा कहती हैं कि शौचालय कब तक बनेगा, उन्हें भी नहीं पता।
माॅड्यूलर टाॅयलेट रखवाए लेकिन पानी नहीं
नाकामी छिपाने के लिए निगम ने कमल सिंह के घर से कुछ दूरी पर रविवार शाम को ही छह माॅड्यूलर टाॅयलेट रखवाए थे लेकिन पानी की टंकी नहीं थी। सुबह 7.30 बजे निगम के अमले ने इसे वहां से दूर शिफ्ट किया। कहा गया कि जल्द ही इसके पास पानी की टंकी भी रखी जाएगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि इससे पहले भी निगम ने यहां टाॅयलेट रखवाए थे लेकिन पानी नहीं होने के कारण कोई उसका इस्तेमाल नहीं करता था।
निगमायुक्त ने अफसरों को लताड़ा
सेवनिया गौंड में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में ओडीएफ की पोल खुलने के बाद सोमवार को निगम आयुक्त छवि भारद्वाज अफसरों पर बरसीं। अपर आयुक्त एमपी सिंह, सिटी इंजीनियर ओपी भारद्वाज और उपायुक्त हर्षित तिवारी सहित कई एएचओ उनके निशाने पर रहे। उन्होंने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि ‘कल उजागर हुई लापरवाही के लिए आप लोग जिम्मेदार हो, काम नहीं करना हो तो बता दें।’ नगर निगम में अब ऐसी लापरवाही नहीं चलेगी।’ खास बात यह है कि िनगम के जिस जोन क्रमांक 6 में सेवनिया गौंड आता है वहां एएचओ दिनेश पाल भाजपा नेता नारायण सिंह पाल का बेटा है। दिनेश इस क्षेत्र में साफ- सफाई व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है। पाल ने अफसरों को बताया कि उइके के घर के पीछे पहाड़ी पर जो मॉड्यूलर टॉयलेट रखे थे उसे स्थानीय नेता पूर्व पार्षद गोरेलाल बडगैंया ने हटवा दिया था, क्योंकि यह जमीन बडगैंया की है। लेकिन बडगैंया ने इससे साफ इनकार कर दिया।