बैतूल/
मप्र के बैतूल जिले के भयावाड़ी गांव के समीप घोड़ादेव में हनुमान मंदिर निर्माण के लिए हो रही खुदाई के दौरान जमीन के छह फीट नीचे एक बहुत प्राचीन शिवलिंग मिला है। शिवलिंग मिलने की खबर फैलते ही, मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पूजा-पाठ शुरू कर दी। शिवलिंग मिलने के बाद मजदूरों से आगे खुदाई का काम बंद करा दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर...
-बालापाठा और इमारत उइके ने बताया घोड़ादेव में बने एक चबूतरे पर हनुमान जी की प्रतिमा बरसों से है।-ग्रामीण अब वहां हनुमान मंदिर बना रहे हैं। जब मंदिर के कॉलम के लिए 6 फीट गड्ढा खोदा तो वहां से पुरातन काल का एक शिवलिंग मजदूरों को दिखाई दिया।
-शिवलिंग को देख मजदूरों ने इसकी सूचना आस-पास के ग्रामीणों को दी
-इससे ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने बताया शिवलिंग मिलने की खबर आसपास के गांवों फैल गई और ग्रामीण दर्शन करने पहुंचने लगे।
-जानकारों का कहना है शिवलिंग को देखने से ऐसा लगता है भैंसदेही के शिव मंदिर में रखी शिवलिंग की तरह है।
-यह शिवलिंग दशकों पुरानी बताई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है क्षेत्र में ऐतिहासिक धरोहर बिखरी पड़ी है, लेकिन इसे सहजने कोई कदम अब तक नहीं उठाए गए
-पुरातत्व विभाग नहीं होने के कारण अब भोपाल से टीम आएगी और जांच करने के बाद बताएगी
मप्र के बैतूल जिले के भयावाड़ी गांव के समीप घोड़ादेव में हनुमान मंदिर निर्माण के लिए हो रही खुदाई के दौरान जमीन के छह फीट नीचे एक बहुत प्राचीन शिवलिंग मिला है। शिवलिंग मिलने की खबर फैलते ही, मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पूजा-पाठ शुरू कर दी। शिवलिंग मिलने के बाद मजदूरों से आगे खुदाई का काम बंद करा दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर...
-बालापाठा और इमारत उइके ने बताया घोड़ादेव में बने एक चबूतरे पर हनुमान जी की प्रतिमा बरसों से है।-ग्रामीण अब वहां हनुमान मंदिर बना रहे हैं। जब मंदिर के कॉलम के लिए 6 फीट गड्ढा खोदा तो वहां से पुरातन काल का एक शिवलिंग मजदूरों को दिखाई दिया।
-शिवलिंग को देख मजदूरों ने इसकी सूचना आस-पास के ग्रामीणों को दी
-इससे ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने बताया शिवलिंग मिलने की खबर आसपास के गांवों फैल गई और ग्रामीण दर्शन करने पहुंचने लगे।
-जानकारों का कहना है शिवलिंग को देखने से ऐसा लगता है भैंसदेही के शिव मंदिर में रखी शिवलिंग की तरह है।
-यह शिवलिंग दशकों पुरानी बताई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है क्षेत्र में ऐतिहासिक धरोहर बिखरी पड़ी है, लेकिन इसे सहजने कोई कदम अब तक नहीं उठाए गए
-पुरातत्व विभाग नहीं होने के कारण अब भोपाल से टीम आएगी और जांच करने के बाद बताएगी