इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बुधवार को कर्नाटक के मिनिस्टर डीके शिवकुमार के 39 ठिकानों पर छापा मारा
। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उस ईगल्टन गोल्फ रिजॉर्ट पर भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसरों की टीम पहुंची, जहां गुजरात कांग्रेस के 44 विधायक ठहरे हैं। लेकिन, वहां सर्च ऑपरेशन नहीं चलाया गया। राज्यसभा में फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने भी कहा कि रिजॉर्ट पर छापा नहीं डाला गया। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में किसी तरह की फूट से बचने के लिए कांग्रेस ने अपने गुजरात के विधायकों को इस रिजॉर्ट में रखा है। शिवकुमार पर ही विधायकों की खातिरदारी की जिम्मेदारी है। कांग्रेस ने इस एक्शन को बदले की कार्रवाई कहा है। हालांकि, बीजेपी ने कहा है कि अगर रिजॉर्ट मैनेजमेंट ने कुछ गलत किया है तो कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि गुजरात में कांग्रेस के 7 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं या बीजेपी में शामिल हो गए हैं। शिवकुमार एनर्जी मिनिस्टर हैं...
। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उस ईगल्टन गोल्फ रिजॉर्ट पर भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसरों की टीम पहुंची, जहां गुजरात कांग्रेस के 44 विधायक ठहरे हैं। लेकिन, वहां सर्च ऑपरेशन नहीं चलाया गया। राज्यसभा में फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने भी कहा कि रिजॉर्ट पर छापा नहीं डाला गया। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में किसी तरह की फूट से बचने के लिए कांग्रेस ने अपने गुजरात के विधायकों को इस रिजॉर्ट में रखा है। शिवकुमार पर ही विधायकों की खातिरदारी की जिम्मेदारी है। कांग्रेस ने इस एक्शन को बदले की कार्रवाई कहा है। हालांकि, बीजेपी ने कहा है कि अगर रिजॉर्ट मैनेजमेंट ने कुछ गलत किया है तो कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि गुजरात में कांग्रेस के 7 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं या बीजेपी में शामिल हो गए हैं। शिवकुमार एनर्जी मिनिस्टर हैं...
- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसरों ने बुधवार सुबह 7 बजे शिव कुमार के सदाशिवनगर स्थित घर समेत 39 ठिकानों पर छापे मारे। बता दें कि शिवकुमार, सिद्धारमैया सरकार में ऊर्जा मंत्री हैं। शिवकुमार के अलावा, सांसद डीके सुरेश और कांग्रेस एमएलसी एस रवि के ठिकानों पर भी छापे डाले गए।
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रेड के दौरान डीके शिवकुमार के दिल्ली स्थित घर से 5 करोड़ रुपए का कैश मिला है।
- उधर, अहमद पटेल ने रिजॉर्ट पर आईटी की रेड पर न्यूज एजेंसी से कहा- "बीजेपी हताश और निराश है। एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए पार्टी बहुत गिर गई है।"
- कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा, "मोदी सरकार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का इस्तेमाल कर रही है। सरकार पाप कर रही है और एक दिन घड़ा भर जाएगा, तो बीजेपी को कोई पानी पिलाने लायक नहीं बचेगा।"
- कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "ये छापा लोकतंत्र की हत्या की कोशिश है। कांग्रेस इससे नहीं डरेगी। सच सबके सामने आ जाएगा। बीजेपी एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए गंदी राजनीति कर रही है।"
- इस पर बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा- "यह कांग्रेस की बौखलाहट है।"
कौन है शिवकुमार?
- कांग्रेस आलाकमान के बेहद खास माने जाने वाले डीके शिवकुमार और डीके सुरेश राज्य में डीके ब्रदर्स के नाम से मशहूर हैं। डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण सीट से सांसद हैं। जिस इलाके में विधायकों को ठहराया गया है, वह डीके सुरेश के संसदीय क्षेत्र के तहत आता है। यह रिजॉर्ट कनकपुरा (शिवकुमार का विधानसभा क्षेत्र) से भी महज एक घंटे की दूरी पर है।
- कांग्रेस आलाकमान के बेहद खास माने जाने वाले डीके शिवकुमार और डीके सुरेश राज्य में डीके ब्रदर्स के नाम से मशहूर हैं। डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण सीट से सांसद हैं। जिस इलाके में विधायकों को ठहराया गया है, वह डीके सुरेश के संसदीय क्षेत्र के तहत आता है। यह रिजॉर्ट कनकपुरा (शिवकुमार का विधानसभा क्षेत्र) से भी महज एक घंटे की दूरी पर है।
- यह बेंगलुरु से करीब 60 किमी दूर बिदादी इंडस्ट्रियल इलाके में है। इस इलाके में कई मल्टीनेशनल कंपनियों के ऑफिसेस हैं।
कांग्रेस ने MLAs की परेड कराई, कहा था- 15-15Cr में खरीदना चाहती थी BJP
- कांग्रेस ने 31 जुलाई को इस रिजॉर्ट में मीडिया के सामने अपने 44 विधायकों की परेड करवाई थी।
- कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया था- "सभी विधायक मर्जी से यहां आए हैं और पार्टी में कोई कलह नहीं है।"
- कांग्रेस ने 31 जुलाई को इस रिजॉर्ट में मीडिया के सामने अपने 44 विधायकों की परेड करवाई थी।
- कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया था- "सभी विधायक मर्जी से यहां आए हैं और पार्टी में कोई कलह नहीं है।"
- गोहिल ने आरोप लगाया था कि 8 अगस्त के राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए बीजेपी उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही थी। 22 विधायकों को 15-15 करोड़ रुपए ऑफर किए गए, लेकिन विधायक न तो बिके और न ही गुंडों से डरे।"
- "विधायक मौज-मस्ती के लिए यहां नहीं आए। हम लोकतंत्र बचाने के लिए लड़ रहे हैं।" बता दें कि गुजरात में कांग्रेस के 7 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पार्टी ने सभी MLAs को शुक्रवार रात बेंगलुरू भेज दिया। कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वो पैसे और ताकत के दम पर उनके विधायकों को प्रभावित कर रही है।"
- "विधायक मौज-मस्ती के लिए यहां नहीं आए। हम लोकतंत्र बचाने के लिए लड़ रहे हैं।" बता दें कि गुजरात में कांग्रेस के 7 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पार्टी ने सभी MLAs को शुक्रवार रात बेंगलुरू भेज दिया। कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वो पैसे और ताकत के दम पर उनके विधायकों को प्रभावित कर रही है।"
कांग्रेस ने गुजरात के 44 विधायक बेंगलुरु क्यों भेजे, ऐसे समझें
अहमद पटेल को चाहिए 46 विधायकों का सपोर्ट
- राज्य में कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद अब पार्टी के राज्यसभा कैंडिडेट अहमद पटेल की राह मुश्किल हो सकती है। पटेल को जीत के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए। असेंबली में कांग्रेस के 54 विधायक थे। इनमें से वाघेला समेत 7 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इस तरह अब उसके पास 47 विधायक बचे हैं। अंदरूनी कलह के चलते राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के 11 विधायक क्रॉस वोटिंग कर चुके हैं। बता दें कि पटेल कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी के पॉलिटिकल एडवाइजर हैं।
- राज्य में कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद अब पार्टी के राज्यसभा कैंडिडेट अहमद पटेल की राह मुश्किल हो सकती है। पटेल को जीत के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए। असेंबली में कांग्रेस के 54 विधायक थे। इनमें से वाघेला समेत 7 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इस तरह अब उसके पास 47 विधायक बचे हैं। अंदरूनी कलह के चलते राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी के 11 विधायक क्रॉस वोटिंग कर चुके हैं। बता दें कि पटेल कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी के पॉलिटिकल एडवाइजर हैं।
तीन राज्यसभा सीटों के लिए लड़ाई
- गुजरात से राज्यसभा के लिए 3 सीटें हैं। 8 अगस्त को चुनाव होना है। बीजेपी ने तीनों सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे हैं। बीजेपी से अमित शाह, स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह राजपूत ने शुक्रवार को नॉमिनेशन दाखिल कर दिए। राजपूत गुरुवार को ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस की ओर से अहमद पटेल मैदान में हैं।
- गुजरात से राज्यसभा के लिए 3 सीटें हैं। 8 अगस्त को चुनाव होना है। बीजेपी ने तीनों सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे हैं। बीजेपी से अमित शाह, स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह राजपूत ने शुक्रवार को नॉमिनेशन दाखिल कर दिए। राजपूत गुरुवार को ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस की ओर से अहमद पटेल मैदान में हैं।