लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को अब एयरपोर्ट पर वीवीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा
। अब तक लालू और राबड़ी अपनी कार से स्टेट हैंगर तक जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उन्हें दूसरे यात्रियों की तरह एयरपोर्ट की सिक्युरिटी चेकिंग से गुजरना होगा। एविएशन मिनिस्ट्री ने इस बारे में नोटिफिकेशन जारी किया है। मंत्रालय ने बीसीएएस को लिखा लेटर...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने सिविल एविएशन सिक्युरिटी ब्यूरो (बीसीएएस) को एक लेटर लिखा है, जिसमें लालू-राबड़ी से यह फैसेलिटी वापस लेने का निर्देश दिया गया है।
- मंत्रालय के लेटर में कहा गया है कि अब यह फैसला लिया गया है कि लालू और राबड़ी को दी गई परमिशन वापस ले ली जाए। इसके अलावा बीसीएएस से अनुरोध है कि वह इस संबंध में संबंधित एजेंसियों को निर्देश जारी करे।
'लालू को केंद्र सरकार कर रही परेशान'
- केंद्र के इस फैसले पर आरजेडी के स्पोक्सपर्सन मनोज झा ने कहा कि लालू प्रसाद बिहार के सीएम और केंद्र सरकार में रेलवे मिनिस्टर रहे हैं। वे देश के सबसे मशहूर नेताओं में से एक हैं। केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है। पहले तो जांच एजेंसियों को हमारे नेता के खिलाफ यूज किया गया और अब उनकी सिक्युरिटी भी कम कर दी गई है।
- केंद्र के इस फैसले पर आरजेडी के स्पोक्सपर्सन मनोज झा ने कहा कि लालू प्रसाद बिहार के सीएम और केंद्र सरकार में रेलवे मिनिस्टर रहे हैं। वे देश के सबसे मशहूर नेताओं में से एक हैं। केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है। पहले तो जांच एजेंसियों को हमारे नेता के खिलाफ यूज किया गया और अब उनकी सिक्युरिटी भी कम कर दी गई है।
आर्इटी ने लालू के 22 ठिकानों पर मारे थे छापे
बेनामी प्रॉपर्टी: 16 मई को लालू और उनसे जुड़े लोगों के 22 ठिकानों पर IT की छापेमारी के बाद डिपार्टमेंट ने दिल्ली से पटना-दानापुर तक मीसा भारती और उनके पति शैलेश के अलावा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों रागिनी और चंदा यादव से जुड़ी एक दर्जन प्रॉपर्टी और जमीन को टेंपररी तौर पर जब्त किया था। 1000 करोड़ की बेनामी प्रॉपर्टी के आरोपों के घेरे में लालू के बेटे और मंत्री तेजप्रताप यादव के अलावा अन्य परिजन भी हैं।
रेलवे टेंडर स्कैम: 7 जुलाई को सुबह CBI ने लालू यादव से जुड़े 12 ठिकानों पर छापे मारे। CBI ने बताया कि लालू, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 7 लोगों और एक कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी-आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है। जांच एजेंसी के मुताबिक 2006 में जब लालू रेलमंत्री थे, तब रांची और पुरी में होटलों के टेंडर जारी करने में गड़बड़ी की गई।
सीबीआई की FIR में ये नाम
1) लालू प्रसाद यादव- तब के रेल मंत्री
2) राबड़ी देवी- लालू की पत्नी
3) तेजस्वी प्रसाद यादव- बिहार के डिप्टी सीएम
4) सरला गुप्ता- आरजेडी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी
5) पीके गोयल- पूर्व आईआरसीटीसी मैनेजिंग डायरेक्टर
6) विजय कोचर- होटल चाणक्य की मालिकाना हक वाली कंपनी के डायरेक्टर
7) विनय कोचर- सुजाता होटल्स कंपनी के डायरेक्टर और विजय कोचर के भाई
8) मेसर्स लारा प्रोजेक्ट्स- पटना में मॉल के लिए जमीन खरीदने वाली यादव फैमिली कंपनी
1) लालू प्रसाद यादव- तब के रेल मंत्री
2) राबड़ी देवी- लालू की पत्नी
3) तेजस्वी प्रसाद यादव- बिहार के डिप्टी सीएम
4) सरला गुप्ता- आरजेडी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी
5) पीके गोयल- पूर्व आईआरसीटीसी मैनेजिंग डायरेक्टर
6) विजय कोचर- होटल चाणक्य की मालिकाना हक वाली कंपनी के डायरेक्टर
7) विनय कोचर- सुजाता होटल्स कंपनी के डायरेक्टर और विजय कोचर के भाई
8) मेसर्स लारा प्रोजेक्ट्स- पटना में मॉल के लिए जमीन खरीदने वाली यादव फैमिली कंपनी