मध्य प्रदेश में किसानों के हाल बेहाल हैं। इसी से जुड़ा एक ताजा मामला सीहोर जिले में देखने को मिला। यहां एक आदिवासी किसान को बैल न होने के कारण खेत जोतने के लिये अपनी दो बेटियों से हल चलवाना पड़ा। कहां कि है..
- घटना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा इलाके की है।
- यहां के नसरुल्लागंज के गांव बसंतपुर पांगरि में सरदार बारेला नाम के गरीब किसान के पास अपना खेत जोतने के लिये कोई साधन नहीं है।
- बारिश के इस मौसम में किसान को खेत जोतना जरुरी था, लेकिन गरीबी के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा था।
- इसीलिए सरदार को अपनी दो बेटियों राधा और कुंती को बैलों की जगह इस्तेमाल करना पड़ा।
- यहां के नसरुल्लागंज के गांव बसंतपुर पांगरि में सरदार बारेला नाम के गरीब किसान के पास अपना खेत जोतने के लिये कोई साधन नहीं है।
- बारिश के इस मौसम में किसान को खेत जोतना जरुरी था, लेकिन गरीबी के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा था।
- इसीलिए सरदार को अपनी दो बेटियों राधा और कुंती को बैलों की जगह इस्तेमाल करना पड़ा।
क्या कहा किसान ने...
- किसान का कहना है कि सरकार उनकी कोई मदद करती नहीं ऐसे में उनके पास पेट पालने के लिये रास्ता नहीं है।
- उनके पास बैल खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए बैल की जगह बेटियों का इस्तेमाल किया गया।
- उनके पास बैल खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए बैल की जगह बेटियों का इस्तेमाल किया गया।
गरीबी के कारण छोड़ी पढ़ाई...
खेत जोतने वाली किसान सरदार की बेटी राधा ने बताया कि, गरीबी के कारण मैंने पढ़ाई छोड़ दी। खेत में काम करने के लिए स्कूल नहीं जाती। 8 वीं तक ही पढ़ी हूं।
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