बिहार में नये समीकरण के साथ नई सरकार बनी है. बीजेपी और जदयू ने सारी तल्खी भुलाकर आपस में गठबंधन कर लिया है. बिहार में अब NDA की सरकार है. जिसका आज बहुमत परीक्षण होने वाला है. बिहार में नए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 11 बजे अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगे. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार 132 विधायकों होने का दावा कर रहे हैं.
जबकि सरकार को बहुमत साबित करने के लिए सिर्फ 122 का विधायकों का समर्थन ही चाहिए. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ऐसा कहा जा रहा है कि वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव नीतीश के बहुमत साबित करने में अहम रोल निभा सकते हैं. जनसत्ता में छपी रिपोर्ट के अनुसार यदि शरद याद नीतीश के विरोध में खड़े हो जाते हैं तो एक दिन पहले बनी नितीश की सरकार गिर भी सकती है. कथित तौर पर नीतीश के बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के फैसले से शरद यादव काफी नाराज हैं.
शरद ने इसे जल्दबाजी में उठाया गया कदम करार दिया है. उन्होंने NDA सरकार बनने के बाद गुरुवार को दिल्ली में जदयू सांसद बिरेंद्र कुमार और अली अनवर के साथ एक बैठक भी की है. जबकि उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी बात की है. यह कहा जा रहा है कि शरद जदयू अध्यक्ष पद से हटाए को लेकर भी नीतीश से पहले से ही नाराज चल रहे हैं. ऐसे में अगर वो अपने करीबी विधयाकों को नीतीश को समर्थन से मना कर देते हैं तो नीतीश की सरकार गिर भी सकती है.