जबलपुर. चरगवां में किसी दूसरे की जमीन को अपना बताकर 88 लाख रुपयों की ठगी करने वाले एक और आरोपी को ओमती पुलिस भोपाल से गिरफ्तार
करके जबलपुर लाई है। पकड़ा गया आरोपी आकाश उर्फ बंटी बीएमडब्ल्यू कार चला रहा था। उसे कार समेत दबोचा गया है। यह कार भी जब्त कर ली गई है, जाे मुख्य आरोपी ऋषिराज की बताई जा रही है। आकाश अपने आप को कार का ड्राइवर बता रहा है। आकाश के पहले देवेश सिंह ठाकुर नामक आरोपी को ओमती पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मुख्य अारोपी ऋषिराज अब तक पकड़ा नहीं गया है और उसकी तलाश का काम जारी है।
इस संबंध में ओमती पुलिस ने बताया है कि प्राॅपर्टी डीलर सत्येन्द्र यादव ने ऋषिराज व उनके साथियों आकाश, देवेश सिंह ठाकुर समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ चार सौबीसी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दो माह पहले दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया था कि चरगवां में एक जमीन काे अपनी बताकर आरोपियों ने फर्जी कागजातों के आधार पर रजिस्ट्री भी करा दी थी, जबकि मौके पर ऐसी कोई जमीन नहीं थी। उक्त लोगों ने प्राॅपर्टी डीलर को 88 लाख का चूना लगा दिया था। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद से ही ऋषिराज एवं उसके साथी भोपाल में नजर आ रहे थे। जानकारी मिलने पर पुलिस का एक दल भोपाल भेजा गया था, वहां पर ऋषिराज तो भागने में सफल हो गया, लेकिन उसकी कार एवं चालक आकाश जो खुद भी आरोपी है, पकड़ लिया गया।
ऋषिराज की तलाश
फर्जी रजिस्ट्री मामले में अब तक दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले के मुख्य आरोपी ऋषिराज की तलाश की जा रही है।
करके जबलपुर लाई है। पकड़ा गया आरोपी आकाश उर्फ बंटी बीएमडब्ल्यू कार चला रहा था। उसे कार समेत दबोचा गया है। यह कार भी जब्त कर ली गई है, जाे मुख्य आरोपी ऋषिराज की बताई जा रही है। आकाश अपने आप को कार का ड्राइवर बता रहा है। आकाश के पहले देवेश सिंह ठाकुर नामक आरोपी को ओमती पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मुख्य अारोपी ऋषिराज अब तक पकड़ा नहीं गया है और उसकी तलाश का काम जारी है।
इस संबंध में ओमती पुलिस ने बताया है कि प्राॅपर्टी डीलर सत्येन्द्र यादव ने ऋषिराज व उनके साथियों आकाश, देवेश सिंह ठाकुर समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ चार सौबीसी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दो माह पहले दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया था कि चरगवां में एक जमीन काे अपनी बताकर आरोपियों ने फर्जी कागजातों के आधार पर रजिस्ट्री भी करा दी थी, जबकि मौके पर ऐसी कोई जमीन नहीं थी। उक्त लोगों ने प्राॅपर्टी डीलर को 88 लाख का चूना लगा दिया था। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद से ही ऋषिराज एवं उसके साथी भोपाल में नजर आ रहे थे। जानकारी मिलने पर पुलिस का एक दल भोपाल भेजा गया था, वहां पर ऋषिराज तो भागने में सफल हो गया, लेकिन उसकी कार एवं चालक आकाश जो खुद भी आरोपी है, पकड़ लिया गया।
ऋषिराज की तलाश
फर्जी रजिस्ट्री मामले में अब तक दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले के मुख्य आरोपी ऋषिराज की तलाश की जा रही है।