शुक्रवार रात को इब्राहिम पुरा भोपाल स्थित एक हॉस्टल से भागे 4 नाबालिग बच्चों को विदिशा में सुरक्षित पकड़ लिया गया
। इनमें से 2 बच्चे शुजालपुर और 2 बच्चे विदिशा के रहने वाले हैं। ये बच्चे भोपाल एक्सप्रेस से विदिशा आए थे। इन्हें टिकट चेकर ने ट्रेन में पकड़ लिया था। बाद में ट्रेन के विदिशा पहुंचने पर उन्हें जीआरपी के सुपुर्द कर दिया गया था। जीआरपी ने इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को दी। इसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्चों से पूछताछ कर पूरी जानकारी हासिल की। उनके परिजनों को विदिशा बुलाया गया। इसके बाद शनिवार को जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष मंजरी जैन के आदेश के बाद चारों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इस संबंध में और जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन के कॉर्डिनेटर अनिल धाकड़ ने बताया कि विदिशा के लोहांगीपुरा निवासी वरुण जाटव 10 साल और राजपूत कालोनी निवासी शैलेंद्र विश्वकर्मा 11 साल और शुजालपुर निवासी सुमित गोस्वामी 13 साल और विशाल गोस्वामी 9 साल भोपाल के इब्राहिम पुरा के पास हॉस्टल में रहकर स्कूल में पढ़ाई करते हैं। ये चारों बच्चे शुक्रवार की रात को हॉस्टल से भागकर भोपाल स्टेशन पहुंचे।
। इनमें से 2 बच्चे शुजालपुर और 2 बच्चे विदिशा के रहने वाले हैं। ये बच्चे भोपाल एक्सप्रेस से विदिशा आए थे। इन्हें टिकट चेकर ने ट्रेन में पकड़ लिया था। बाद में ट्रेन के विदिशा पहुंचने पर उन्हें जीआरपी के सुपुर्द कर दिया गया था। जीआरपी ने इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को दी। इसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्चों से पूछताछ कर पूरी जानकारी हासिल की। उनके परिजनों को विदिशा बुलाया गया। इसके बाद शनिवार को जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष मंजरी जैन के आदेश के बाद चारों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इस संबंध में और जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन के कॉर्डिनेटर अनिल धाकड़ ने बताया कि विदिशा के लोहांगीपुरा निवासी वरुण जाटव 10 साल और राजपूत कालोनी निवासी शैलेंद्र विश्वकर्मा 11 साल और शुजालपुर निवासी सुमित गोस्वामी 13 साल और विशाल गोस्वामी 9 साल भोपाल के इब्राहिम पुरा के पास हॉस्टल में रहकर स्कूल में पढ़ाई करते हैं। ये चारों बच्चे शुक्रवार की रात को हॉस्टल से भागकर भोपाल स्टेशन पहुंचे।