नई दिल्ली. बिहार के गवर्नर रामनाथ कोविंद (71) को एनडीए ने अपना प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट चुना है। अमित शाह ने सोमवार को इसका एलान किया। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने कोविंद के बारे में तीन ट्वीट किए। इन ट्वीट्स में वो वजहें नजर आईं, जिनके आधार पर एनडीए ने कोविंद को अपना उम्मीदवार बनाया है। मोदी ने ट्वीट किया, "उम्मीद है कि कोविंद अलग तरह के प्रेसिडेंट साबित होंगे। वे गरीबों, दलितों और पिछड़ों के लिए मजबूती से आवाज उठाते रहेंगे।" मोदी के ट्वीट में दिखीं ये 5 वजहें...
1# किसान के बेटे
- नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि रामनाथ कोविंद किसान के बेटे हैं।
- बता दें कि कानपुर की डेरापुर तहसील के परौंख गांव में जन्म रामनाथ कोविंद के 4 भाई हैं। रामनाथ कोविंद सबसे छोटे हैं। उनके पिता मैकूलाल किसान थे और मंदिर में पुजारी भी थे।
2# गरीबों-दलितों की आवाज
- मोदी ने ट्वीट में कहा, "कोविंद ने गरीबों-दलितों और पिछड़ों के लिए काम करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया।"
- बता दें कि कोविंद बीजेपी दलित मोर्चा के अध्यक्ष रहे। इसके अलावा ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष भी हैं।
- IIM-कलकत्ता में SC/ST रिप्रेंजेंटेटिव और लखनऊ की बीआर यूनिवर्सिटी में बोर्ड मेंबर हैं। कोविंद अगर प्रेसिडेंट बनते हैं तो वो देश के दूसरे दलित प्रेसिडेंट होंगे। केआर नारायणन
देश के पहले दलित प्रेसिडेंट थे।
3# कानूनी बैकग्राउंड
- मोदी ने अपने ट्वीट में कोविंद के कानूनी बैकग्राउंड का जिक्र किया है।
- सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में एडवोकेट रह चुके कोविंद SC में केंद्र की स्टैंडिंग कमेटी में भी मेंबर थे।
4# कॉन्स्टिट्यूशनल नॉलेज
- पीएम ने कोविंद को संविधान का भी जानकार बताया है।
- बता दें कि रामनाथ कोविंद को बिहार के गवर्नर की पोस्ट पर अप्वाइंट किया गया था। इस पोस्ट पर होने के नाते एनडीए उनकी कॉन्स्टिट्यूशन नॉलेज और एक्सपीरिएंस को भी प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के तौर पर एडवांटेज के रूप में देख रहा है।
5# लो प्रोफाइल लीडर
- मोदी ने अपने ट्वीट में कोविंद के लिए कहा कि वे साधारण बैकग्राउंड से हैं। वे गरीबों और समाज के लिए काम करते हैं।
- कोविंद विवादों से दूर रहते हैं। वे बीजेपी के नेशनल स्पोक्सपर्सन भी रहे, लेकिन इस पोस्ट पर रहते हुए भी उन्होंने टेलीविजन से दूरी बनाकर रखी। जब बिहार के गर्वनर बने तो कहा गया कि केंद्र के इस फैसले से नीतीश कुमार नाखुश हैं। लेकिन नीतीश सरकार और गोविंद के बीच टकराव की कोई स्थिति नहीं बनी। सोमवार को जब कोविंद को प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनाने का फैसला हुआ तो नीतीश ने आगे बढ़कर इस फैसले और बिहार में कोविंद के कामकाज की तारीफ की।
ऐसे होगा राष्ट्रपति चुनाव
# 4896 वोटर राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे। इनमें 4120 MLAs और 776 MPs शामिल हैं।
# 20 AAP के विधायकों के खिलाफ हाउस ऑफ प्रॉफिट के मामले में केस चल रहा है, लेकिन इलेक्शन कमीशन का कहना है कि आज की बात करें तो ये लोग वोट डाल सकेंगे।
# 12 नॉमिनेटेड राज्यसभा मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे। इसके अलावा, लोकसभा में दो एंग्लो-इंडियन कम्युनिटी के नॉमिनेटेड मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे।
# 10 खाली सीटें हैं राज्यसभा की, जिनके लिए चुनाव की घोषणा राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही की जाएगी।
कितने वोट जरूरी
- किसी भी दल को अपनी पसंद का प्रेसिडेंट बनाने के लिए 50% यानी 5,49, 442 वोटों की जरूरत है।
- टोटल MLAs: 4114
- टोटल MPs: 776
- MLAs की वोट वैल्यू: 5,49,474
- MPs की वोट वैल्यू: 5,48,408
- टोटल वोट वैल्यू: 10,98,882
पिछली बार के नतीजे
- कैंडिडेट: 2
- कुल वोट: 10,29,750
- कौन जीता, कितने वोट मिले: प्रणब मुखर्जी (7,13,763 वोट)
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प्रेसिडेंट कैंडिडेट बनाए जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि रामनाथ कोविंद एक्सेप्शनल प्रेसिडेंट होंगे। (फाइलन