नई दिल्ली. यूपीए ने प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए मीरा कुमार को कैंडिडेट बनाया
है। रामनाथ कोविंद की तरह मीरा कुमार भी दलित वर्ग से आती हैं। ऐसे में अब प्रेसिडेंट इलेक्शन दलित v/s दलित हो गया है। NDA अभी भी वोट परसेंटेज के मामले में UPA पर भारी दिख रही है। कोविंद के नाम के एलान के बाद जेडीयू और दूसरी पार्टियों के सपोर्ट से इलेक्टोरल कॉलेज में NDA के वोट 61.89% हो गए हैं। लेकिन, मीरा कुमार को उतारने के बाद अपोजिशन को भी कुछ ऐसी पार्टियों का सपोर्ट मिल सकता है, जिन्होंने अभी कोई खेमा नहीं चुना है। जैसे कैंडिडेट के एलान के बाद गुरुवार शाम BSP ने UPA को सपोर्ट का एलान कर दिया। ऐसी ही दूसरी पार्टियों का भी सपोर्ट मिलता है तो UPA 54.34% वोट्स तक पहुंच सकती है
NDA: लोकसभा, राज्यसभा, स्टेट असेंबली को मिलाकर टोटल 5,27,371 वोट होते हैं। कोविंद के एलान से पहले एनडीए का टोटल वोट पर्सेंटेज 48.10% है।
UPA: साझा कैंडिडेट उतारने की स्थिति में सभी अपोजिशन पार्टियां एक हो जाती हैं तो टोटल वोट 5,68,148 होंगे यानी करीब 51.90%
2# NDA कितनी मजबूत हुई?
एलान से पहले: 48.10% वोट्स
अब इन पार्टियों का सपोर्ट
TRS: 1.99%
AIADMK: 5.39%
YSR कांग्रेस: 1.53%
JDU: 1.89%
BJD: 2.99%
एलान के बाद NDA के पास कितने वोटों का सपोर्ट: 61.89%
3# UPA कितना कमजोर हुआ?
कोविंद के एलान से पहले अपोजिशन एकजुट होने पर 51.90% वोट थे। लेकिन, जेडीयू (1.89%) ने एनडीए को सपोर्ट का एलान किया। अब यूपीए का वोट परसेंटेज 50.01% रह गया है।
3# मीरा कुमार के आने से कितना फायदा?
- मीरा कुमार के आने के बाद UPA को BSP ने सपोर्ट कर दिया है। मायावती कह चुकी हैं कि कोई मजबूत दलित कैंडिडेट मिलने पर वो उसे सपोर्ट करेंगीं। SP, AAP और INDL का सपोर्ट मिलने की भी उम्मीद है।
अभी UPA: 50.01%
सपोर्ट मिला
BSP: 0.74%
इनका सपोर्ट मिलने की उम्मीद
SP: 2.36%
AAP: 0.82%
INDL: 0.38%
सपोर्ट मिला तो कितनी मजबूती?
UPA: 54.31%
4# रामनाथ कोविंद v/s मीरा कुमार
रामनाथ कोविंद: साधारण छवि, कानून के जानकार, संविधान की समझ (बिहारगवर्नर रहे), कैंडिडेट के तौर पर दलित चेहरा। दो चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।
मीरा कुमार: साफसुथरी छवि, कानून की जानकार, संविधान की जानकारी(लोकसभा स्पीकर रहीं)। विदेश नीति की जानकारी (इंडियन फॉरेन सर्विस में रहीं)। दलित चेहरा और पूर्व डिप्टी पीएम जगजीवन राम की बेटी। रामविलास पासवान और मायावती जैसे बड़े दलित लीडर्स को चुनाव में हराया। करोलबाग से 3 बार MP भी रहीं।
राष्ट्रपति चुनाव का शेड्यूल
नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख:28 जून
नॉमिनेशन की स्क्रूटनी: 29 जून
नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख: 1 जुलाई
वोटिंग (जरूरत पड़ने पर): 17 जुलाई, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे
काउंटिंग (जरूरत पड़ने पर): 20 जुलाई, सुबह 11 बजे से
ऐसे होगा राष्ट्रपति चुनाव
# 4896 वोटर राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे। इनमें 4120 MLAs और 776 MPs शामिल हैं।
# 20 AAP के विधायकों के खिलाफ हाउस ऑफ प्रॉफिट के मामले में केस चल रहा है, लेकिन इलेक्शन कमीशन का कहना है कि आज की बात करें तो ये लोग वोट डाल सकेंगे।
# 12 नॉमिनेटेड राज्यसभा मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे। इसके अलावा, लोकसभा में दो एंग्लो-इंडियन कम्युनिटी के नॉमिनेटेड मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे।
# 10 खाली सीटें हैं राज्यसभा की, जिनके लिए चुनाव की घोषणा राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही
है। रामनाथ कोविंद की तरह मीरा कुमार भी दलित वर्ग से आती हैं। ऐसे में अब प्रेसिडेंट इलेक्शन दलित v/s दलित हो गया है। NDA अभी भी वोट परसेंटेज के मामले में UPA पर भारी दिख रही है। कोविंद के नाम के एलान के बाद जेडीयू और दूसरी पार्टियों के सपोर्ट से इलेक्टोरल कॉलेज में NDA के वोट 61.89% हो गए हैं। लेकिन, मीरा कुमार को उतारने के बाद अपोजिशन को भी कुछ ऐसी पार्टियों का सपोर्ट मिल सकता है, जिन्होंने अभी कोई खेमा नहीं चुना है। जैसे कैंडिडेट के एलान के बाद गुरुवार शाम BSP ने UPA को सपोर्ट का एलान कर दिया। ऐसी ही दूसरी पार्टियों का भी सपोर्ट मिलता है तो UPA 54.34% वोट्स तक पहुंच सकती है
NDA: लोकसभा, राज्यसभा, स्टेट असेंबली को मिलाकर टोटल 5,27,371 वोट होते हैं। कोविंद के एलान से पहले एनडीए का टोटल वोट पर्सेंटेज 48.10% है।
UPA: साझा कैंडिडेट उतारने की स्थिति में सभी अपोजिशन पार्टियां एक हो जाती हैं तो टोटल वोट 5,68,148 होंगे यानी करीब 51.90%
2# NDA कितनी मजबूत हुई?
एलान से पहले: 48.10% वोट्स
अब इन पार्टियों का सपोर्ट
TRS: 1.99%
AIADMK: 5.39%
YSR कांग्रेस: 1.53%
JDU: 1.89%
BJD: 2.99%
एलान के बाद NDA के पास कितने वोटों का सपोर्ट: 61.89%
3# UPA कितना कमजोर हुआ?
कोविंद के एलान से पहले अपोजिशन एकजुट होने पर 51.90% वोट थे। लेकिन, जेडीयू (1.89%) ने एनडीए को सपोर्ट का एलान किया। अब यूपीए का वोट परसेंटेज 50.01% रह गया है।
3# मीरा कुमार के आने से कितना फायदा?
- मीरा कुमार के आने के बाद UPA को BSP ने सपोर्ट कर दिया है। मायावती कह चुकी हैं कि कोई मजबूत दलित कैंडिडेट मिलने पर वो उसे सपोर्ट करेंगीं। SP, AAP और INDL का सपोर्ट मिलने की भी उम्मीद है।
अभी UPA: 50.01%
सपोर्ट मिला
BSP: 0.74%
इनका सपोर्ट मिलने की उम्मीद
SP: 2.36%
AAP: 0.82%
INDL: 0.38%
सपोर्ट मिला तो कितनी मजबूती?
UPA: 54.31%
4# रामनाथ कोविंद v/s मीरा कुमार
रामनाथ कोविंद: साधारण छवि, कानून के जानकार, संविधान की समझ (बिहारगवर्नर रहे), कैंडिडेट के तौर पर दलित चेहरा। दो चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।
मीरा कुमार: साफसुथरी छवि, कानून की जानकार, संविधान की जानकारी(लोकसभा स्पीकर रहीं)। विदेश नीति की जानकारी (इंडियन फॉरेन सर्विस में रहीं)। दलित चेहरा और पूर्व डिप्टी पीएम जगजीवन राम की बेटी। रामविलास पासवान और मायावती जैसे बड़े दलित लीडर्स को चुनाव में हराया। करोलबाग से 3 बार MP भी रहीं।
राष्ट्रपति चुनाव का शेड्यूल
नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख:28 जून
नॉमिनेशन की स्क्रूटनी: 29 जून
नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख: 1 जुलाई
वोटिंग (जरूरत पड़ने पर): 17 जुलाई, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे
काउंटिंग (जरूरत पड़ने पर): 20 जुलाई, सुबह 11 बजे से
ऐसे होगा राष्ट्रपति चुनाव
# 4896 वोटर राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे। इनमें 4120 MLAs और 776 MPs शामिल हैं।
# 20 AAP के विधायकों के खिलाफ हाउस ऑफ प्रॉफिट के मामले में केस चल रहा है, लेकिन इलेक्शन कमीशन का कहना है कि आज की बात करें तो ये लोग वोट डाल सकेंगे।
# 12 नॉमिनेटेड राज्यसभा मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे। इसके अलावा, लोकसभा में दो एंग्लो-इंडियन कम्युनिटी के नॉमिनेटेड मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे।
# 10 खाली सीटें हैं राज्यसभा की, जिनके लिए चुनाव की घोषणा राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही