धार/इंदौर. जिले के खलघाट में एबी रोड पर शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय जेल भरो आंदोलन व किसान महापंचायत में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा- पिछले 3 दिन में प्रदेश में 10 किसानों ने आत्महत्या की है। सरकार कितनी जान जाने के बाद जागेगी। प्रदेश में किसान के लिए कर्जमाफी जरूरी है। सिंधिया ने कहा कि यह लड़ाई तब तक चलेगी, जब तक कि किसानों का कर्ज माफ नहीं कर दिया जाता। किसान को बेहतर समर्थन मूल्य नहीं दिया जाता।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, मोहन प्रकाश आदि उपस्थित थे। दिग्विजयसिंह नहीं आए लेकिन उनके बेटे जयवर्धन सिंह और भाई लक्ष्मणसिंह पहुंचे। एसडीएम जितेंद्रसिंह चौहान ने पंडाल को ही अस्थाई जेल मान कर गिरफ्तारी और तत्काल रिहाई की घोषणा की।
कलाकारी की राजनीति का पर्दाफाश: कमलनाथ
पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कृषि मध्यप्रदेश की नींव है और उसकी ही स्थिति खराब है। किसान खुदकुशी कर रहे हैं। आंदोलन करने वाले किसानों पर गोलियां चलवाई जा रही हैं। दूसरी और मुख्यमंत्री उपवास कर रहे हैं। वह भी पूरा उपवास प्रायोजित था। इसकी स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी, इस कलाकारी की राजनीति का भी पर्दाफाश हो चुका है। वे एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
समझौता नहीं किया: यादव
प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने खलघाट में आंदोलन करने का कारण बताया। वे बोले-यह वही स्थान है, जहां पिताजी (सुभाष यादव) ने 18 साल पहले किसानों की लड़ाई के लिए सरकार के खिलाफ शंखनाद किया था। किसानों के हित में अपनी सरकार से भी समझौता नहीं किया।
सिंधिया-सिंधिया के नारे गूंजे
नेताओं के चलते भाषणों के दौरान भीड़ से ‘सिंधिया-सिंधिया’ के नारे गूंजने लगे। भीड़ भाषण अनसुने करने लगी तो अरुण यादव को सिंधिया को कमलनाथ के पहले भाषण के लिए बुलाना पड़ा। सिंधिया ने बोलना शुरू किया तो ‘अगला मुख्यमंत्री कैसा हो, ज्योतिरादित्य सिंधिया’ जैसा हो के नारे लगे।
मृतकों के परिजन से मिले
ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार शाम मंदसौर जिले में पहुंचे। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान हुए गोलीकांड और पुलिस अभिरक्षा में मारे गए किसान के प