चंडीगढ़. गुरदासपुर-पठानकोट लोकसभा
सीट से अक्षय कुमार
बीजेपी के कैडिडेंट हो सकते हैं। बता
दें कि यह सीट विनोद खन्ना के निधन के बाद
खाली हुई है। विनोद की
दूसरी पत्नी कविता का नाम
भी चर्चा में है। बता दें कि विनोद खन्ना का 27
अप्रैल को निधन हो गया था। अक्षय का नाम क्यों चर्चा में
है...?
-अक्षय कुमार को हाल में रुस्तम फिल्म के लिए नेशनल
अवॉर्ड मिला है। वहीं,शहीद जवानों
की मदद के लिए भी आगे आए हैं।
-पंजाब में बीजेपी के जिला
महामंत्री विजय वर्मा ने कहा,"वैसे यहां से कविता
एकदम सही कैंडिडेट रहेगी। बावजूद
इसके पार्टी जिसे टिकट देगी,हम उसका
साथ देंगे।"
मोदी लहर में सबको जीत
की उम्मीद
- गुरदासपुर-पठानकोट सीट के लिए लोकल के नेता
भी कोशिश कर रहे हैं। इसलिए कहा जा रहा है कि
बाहरी किसी शख्स का यहां विरोध हो
सकता है। बिजनेसमैन स्वर्णसिंह सलारिया,पूर्व एमएलए
अश्विनी शर्मा,जगदीश
साहनी,और अविनाश राय खन्ना का नाम
भी सामने आ रहा है।
-यूपी और दिल्ली में
बीजेपी की
जीत के बाद यहां के सभी नेताओं को
लगता है कि इसका असर यहां के उपचुनाव में भी
दिखेगा। इसलिए सभी टिकट पाने के लिए जोर लगा
रहे हैं।
विनाेद ने 1997 में बीजेपी ज्वाइन
की थी
-1997 में बीजेपी की
सदस्यता ली।
-1998 में गुरदासपुर सीट से पहली
बार चुनाव लड़ा और जीते
-1999 में दोबारा इसी सीट से
जीते।
-2002 में अटल बिहारी बाजपेयी
की सरकार में केंद्रीय संस्कृति और
पर्यटन मंत्री बने।
-2004 में तीसरी बार भी
गुरदासपुर सीट से सांसद बने।
-2009 में विनोद को यह सीट गंवानी
पड़ी।
-2014 में चौथी बार फिर उन्होंने अपनी
सीट पर जीत दर्ज की।
सीट से अक्षय कुमार
बीजेपी के कैडिडेंट हो सकते हैं। बता
दें कि यह सीट विनोद खन्ना के निधन के बाद
खाली हुई है। विनोद की
दूसरी पत्नी कविता का नाम
भी चर्चा में है। बता दें कि विनोद खन्ना का 27
अप्रैल को निधन हो गया था। अक्षय का नाम क्यों चर्चा में
है...?
-अक्षय कुमार को हाल में रुस्तम फिल्म के लिए नेशनल
अवॉर्ड मिला है। वहीं,शहीद जवानों
की मदद के लिए भी आगे आए हैं।
-पंजाब में बीजेपी के जिला
महामंत्री विजय वर्मा ने कहा,"वैसे यहां से कविता
एकदम सही कैंडिडेट रहेगी। बावजूद
इसके पार्टी जिसे टिकट देगी,हम उसका
साथ देंगे।"
मोदी लहर में सबको जीत
की उम्मीद
- गुरदासपुर-पठानकोट सीट के लिए लोकल के नेता
भी कोशिश कर रहे हैं। इसलिए कहा जा रहा है कि
बाहरी किसी शख्स का यहां विरोध हो
सकता है। बिजनेसमैन स्वर्णसिंह सलारिया,पूर्व एमएलए
अश्विनी शर्मा,जगदीश
साहनी,और अविनाश राय खन्ना का नाम
भी सामने आ रहा है।
-यूपी और दिल्ली में
बीजेपी की
जीत के बाद यहां के सभी नेताओं को
लगता है कि इसका असर यहां के उपचुनाव में भी
दिखेगा। इसलिए सभी टिकट पाने के लिए जोर लगा
रहे हैं।
विनाेद ने 1997 में बीजेपी ज्वाइन
की थी
-1997 में बीजेपी की
सदस्यता ली।
-1998 में गुरदासपुर सीट से पहली
बार चुनाव लड़ा और जीते
-1999 में दोबारा इसी सीट से
जीते।
-2002 में अटल बिहारी बाजपेयी
की सरकार में केंद्रीय संस्कृति और
पर्यटन मंत्री बने।
-2004 में तीसरी बार भी
गुरदासपुर सीट से सांसद बने।
-2009 में विनोद को यह सीट गंवानी
पड़ी।
-2014 में चौथी बार फिर उन्होंने अपनी
सीट पर जीत दर्ज की।