भोपाल| मध्यप्रदेश के भोपाल और उज्जैन के
बीच स्थित जबडी रेलवे स्टेशन के
पास भोपाल उज्जैन पैसेंजर ट्रेन की एक
बोगी में विस्फोट की घटना
की प्रारंभिक जांच में गन पावडर की
गंध से युक्त सामग्री मिलने के बाद राज्य सरकार
इससे जुडे पूरे घटनाक्रम पर पैनी निगाह रखे हुए
है। वहीं होशंगाबाद पुलिस ने पिपरिया से संदिग्धों को
पकड़ा है| संभावना जताई जा रही है कि पकड़े गए
संदिग्धों के सिमी से जुड़े होने की
आशंका है| पकड़े गए संदिग्धों से ATS पूछताछ
करेगी| ट्रैन में ब्लास्ट के बाद यह कार्रवाई
की गई है| संदिग्धों का ब्लास्ट से कनेक्शन होने
की संभावना हो सकती है|
होशंगाबाद पुलिस अधीक्षक आशुतोष प्रताप सिंह
ने मोर्चा संभाल लिया है और उनके नेतृत्व में ही
कार्रवाई कर संदिग्धों को पकड़ा है| पिपरिया टोल नाके से बसों से
दो संदिग्ध आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन दो
संदिग्ध युवकों के पास से बैग मिले है। इस कार्रवाई में पिपरिया
स्टेशन रोड एवं पुराने पिपरिया थाना सहित सोहागपुर, होशंगाबाद का
फोर्स लगाया गया था। दोपहर 12 बजेे से ही
पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था। जिसमें पुलिस लाइन सहित
अन्य थानों के सशस्त्र बल की बाबई से पिपरिया
सांडिया तक पुलिस तैनात की गई थी।
भोपाल से आने वाली बस जैसे ही
पिपरिया टोल नाके पर रूकी। पुलिस टीम
ने दो संदिग्ध युवकों को पकड लिया। संदिग्धों की
गिरफ्तार को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में हुए ब्लास्ट से
कनेक्शन जोड़ कर देखा जा रहा है|
दरअसल, कालापीपल में जबड़ी स्टेशन
के पास मंगलवार सुबह भोपाल-उज्जैन पैसेंजर (59320)
ट्रेन के डिब्बे धमाके की वजह से आग लग गई,
जिसमें कई यात्री घायल हो गए। रेलवे
एसपी कृष्णा वेणी के मुताबिक
प्रारंभिक जानकारी में शॉर्ट सर्किट की
वजह से धमाका होने की बात कही जा
रही थी। हालांकि, उन्होंने सूटकेस में
विस्फोटक होने के संकेत भी दिए हैं। धमाके से
कोच की छत उखड़ गई।
राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने
मीडिया को बताया कि घटनास्थल पर राज्य के पुलिस
महानिदेशक को भी भेजा गया है। उन्होंने बताया कि
मामले की जांच की जा
रही है, इसलिए अभी यह कहना
कठिन है कि विस्फोट की असली
वजह क्या है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह
गंभीर घटना है और इसलिए सभी
पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा
रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह
आतंकी हमले घटना हो सकती है,
उन्होंने कहा कि अभी इस बात को न तो
स्वीकार किया जा सकता है और न ही
इंकार किया जा सकता है।
इस बीच शासकीय रेल पुलिस
(जीआरपी) सूत्रों का कहना है कि
राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और विस्फोटक
विशेषज्ञ भी दल बल के साथ घटनास्थल पर
पहुंच चुके हैं। शुरूआत में बैटरी में विस्फोट होने
की बात सामने आयी थी
लेकिन अब ऐसा प्रतीत नहीं होता है।
सूत्रों ने कहा कि यह भी आशंका है कि कोई
व्यक्ति बोगी में रखकर विस्फोटक
सामग्री कहीं ले जा रहा हो और
इसमें अचानक विस्फोट हो गया। विशेषज्ञों की
जांच के बाद ही विस्फोट का वास्तविक कारण पता
चल सकेगा।
बीच स्थित जबडी रेलवे स्टेशन के
पास भोपाल उज्जैन पैसेंजर ट्रेन की एक
बोगी में विस्फोट की घटना
की प्रारंभिक जांच में गन पावडर की
गंध से युक्त सामग्री मिलने के बाद राज्य सरकार
इससे जुडे पूरे घटनाक्रम पर पैनी निगाह रखे हुए
है। वहीं होशंगाबाद पुलिस ने पिपरिया से संदिग्धों को
पकड़ा है| संभावना जताई जा रही है कि पकड़े गए
संदिग्धों के सिमी से जुड़े होने की
आशंका है| पकड़े गए संदिग्धों से ATS पूछताछ
करेगी| ट्रैन में ब्लास्ट के बाद यह कार्रवाई
की गई है| संदिग्धों का ब्लास्ट से कनेक्शन होने
की संभावना हो सकती है|
होशंगाबाद पुलिस अधीक्षक आशुतोष प्रताप सिंह
ने मोर्चा संभाल लिया है और उनके नेतृत्व में ही
कार्रवाई कर संदिग्धों को पकड़ा है| पिपरिया टोल नाके से बसों से
दो संदिग्ध आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन दो
संदिग्ध युवकों के पास से बैग मिले है। इस कार्रवाई में पिपरिया
स्टेशन रोड एवं पुराने पिपरिया थाना सहित सोहागपुर, होशंगाबाद का
फोर्स लगाया गया था। दोपहर 12 बजेे से ही
पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था। जिसमें पुलिस लाइन सहित
अन्य थानों के सशस्त्र बल की बाबई से पिपरिया
सांडिया तक पुलिस तैनात की गई थी।
भोपाल से आने वाली बस जैसे ही
पिपरिया टोल नाके पर रूकी। पुलिस टीम
ने दो संदिग्ध युवकों को पकड लिया। संदिग्धों की
गिरफ्तार को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में हुए ब्लास्ट से
कनेक्शन जोड़ कर देखा जा रहा है|
दरअसल, कालापीपल में जबड़ी स्टेशन
के पास मंगलवार सुबह भोपाल-उज्जैन पैसेंजर (59320)
ट्रेन के डिब्बे धमाके की वजह से आग लग गई,
जिसमें कई यात्री घायल हो गए। रेलवे
एसपी कृष्णा वेणी के मुताबिक
प्रारंभिक जानकारी में शॉर्ट सर्किट की
वजह से धमाका होने की बात कही जा
रही थी। हालांकि, उन्होंने सूटकेस में
विस्फोटक होने के संकेत भी दिए हैं। धमाके से
कोच की छत उखड़ गई।
राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने
मीडिया को बताया कि घटनास्थल पर राज्य के पुलिस
महानिदेशक को भी भेजा गया है। उन्होंने बताया कि
मामले की जांच की जा
रही है, इसलिए अभी यह कहना
कठिन है कि विस्फोट की असली
वजह क्या है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह
गंभीर घटना है और इसलिए सभी
पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा
रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह
आतंकी हमले घटना हो सकती है,
उन्होंने कहा कि अभी इस बात को न तो
स्वीकार किया जा सकता है और न ही
इंकार किया जा सकता है।
इस बीच शासकीय रेल पुलिस
(जीआरपी) सूत्रों का कहना है कि
राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और विस्फोटक
विशेषज्ञ भी दल बल के साथ घटनास्थल पर
पहुंच चुके हैं। शुरूआत में बैटरी में विस्फोट होने
की बात सामने आयी थी
लेकिन अब ऐसा प्रतीत नहीं होता है।
सूत्रों ने कहा कि यह भी आशंका है कि कोई
व्यक्ति बोगी में रखकर विस्फोटक
सामग्री कहीं ले जा रहा हो और
इसमें अचानक विस्फोट हो गया। विशेषज्ञों की
जांच के बाद ही विस्फोट का वास्तविक कारण पता
चल सकेगा।