मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
से आज यहाँ डिंडौरी जिले के मेहदवानी
विकास खण्ड की फलवाही गाँव
की श्रीमती रेखा पंदराम ने
मुलाकात की। वे 'महिलाओं की आर्थिक
स्थिति और खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के क्षेत्र में
ग्रामीण और स्थानीय महिलाओं
की भूमिका' पर अपने विचार रखने महिलाओं
की स्थिति पर गठित आयोग के 61 वें सत्र में भाग लेने
संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय न्यूयार्क जा रही
है। श्रीमती पंदराम भारत का प्रतिनिधित्व
करेगी।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती
पंदराम को ग्रामीण महिला सशक्तीकरण का
प्रतीक बताते हुए उनका सम्मान किया और बधाई एवं
शुभकामनाएँ दी। यह सत्र न्यूयार्क में 13 से 24
मार्च तक होगा। श्रीमती पंदराम 15 मार्च
को खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के लिये ग्रामीण और
स्वदेशी महिलाओं के सशक्तीकरण एवं
जमीनी स्तर पर महिलाओं को सशक्त
बनाकर परिवर्तन लाने की रणनीति पर
अपने अनुभव अंतर्राष्ट्रीय मंच पर साझा
करेगी।
श्री चौहान ने कहा कि
श्रीमती पंदराम महिला
सशक्तीकरण की राजदूत बनकर
मध्यप्रदेश और भारत का नाम रोशन कर रही है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों को आगे बढ़ने के हर संभव
अवसर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
कौन है श्रीमती रेखा पंदराम ?
श्रीमती रेखा पंदराम ने 2013 में
मेहदवानी में तेजस्वी ग्रामीण
महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में स्व-सहायता समूह महासंघ के
सचिव के पद पर काम करना शुरू किया। इस महासंघ में 24 ग्राम
पंचायतें और 41 गाँव आते हैं। इनमें ज्यादातर बैगा, गौड़ और कौल
जनजाति िनवास करती है।
श्रीमती पंदराम ने खाद्य उत्पादन
की कमी, खाद्य सुरक्षा, महिलाओं के
सामाजिक और आर्थिक उत्थान, उनके स्वास्थ्य संबंधी
मुद्दों और महिलाओं और बच्चों के पोषण पर
सराहनीय काम किया है। उनके महासंघ को प्रतिष्ठित
सीताराम राव ऐशिया पेसीफिक
लाइवलीहुड अवार्ड से भी सम्मानित किया
गया है। श्रीमती पंदराम
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर यह भी
बतायेगी कि कैसे वे अंतर्राष्ट्रीय कृषि
विकास कोष परियोजना की सहायता से चल रहे
तेजस्विनी ग्रामीण महिला
सशक्तीकरण कार्यक्रम की गतिविधियों का
जमीनी स्तर पर संचालन कर
रही है।
से आज यहाँ डिंडौरी जिले के मेहदवानी
विकास खण्ड की फलवाही गाँव
की श्रीमती रेखा पंदराम ने
मुलाकात की। वे 'महिलाओं की आर्थिक
स्थिति और खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के क्षेत्र में
ग्रामीण और स्थानीय महिलाओं
की भूमिका' पर अपने विचार रखने महिलाओं
की स्थिति पर गठित आयोग के 61 वें सत्र में भाग लेने
संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय न्यूयार्क जा रही
है। श्रीमती पंदराम भारत का प्रतिनिधित्व
करेगी।
मुख्यमंत्री ने श्रीमती
पंदराम को ग्रामीण महिला सशक्तीकरण का
प्रतीक बताते हुए उनका सम्मान किया और बधाई एवं
शुभकामनाएँ दी। यह सत्र न्यूयार्क में 13 से 24
मार्च तक होगा। श्रीमती पंदराम 15 मार्च
को खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के लिये ग्रामीण और
स्वदेशी महिलाओं के सशक्तीकरण एवं
जमीनी स्तर पर महिलाओं को सशक्त
बनाकर परिवर्तन लाने की रणनीति पर
अपने अनुभव अंतर्राष्ट्रीय मंच पर साझा
करेगी।
श्री चौहान ने कहा कि
श्रीमती पंदराम महिला
सशक्तीकरण की राजदूत बनकर
मध्यप्रदेश और भारत का नाम रोशन कर रही है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों को आगे बढ़ने के हर संभव
अवसर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
कौन है श्रीमती रेखा पंदराम ?
श्रीमती रेखा पंदराम ने 2013 में
मेहदवानी में तेजस्वी ग्रामीण
महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में स्व-सहायता समूह महासंघ के
सचिव के पद पर काम करना शुरू किया। इस महासंघ में 24 ग्राम
पंचायतें और 41 गाँव आते हैं। इनमें ज्यादातर बैगा, गौड़ और कौल
जनजाति िनवास करती है।
श्रीमती पंदराम ने खाद्य उत्पादन
की कमी, खाद्य सुरक्षा, महिलाओं के
सामाजिक और आर्थिक उत्थान, उनके स्वास्थ्य संबंधी
मुद्दों और महिलाओं और बच्चों के पोषण पर
सराहनीय काम किया है। उनके महासंघ को प्रतिष्ठित
सीताराम राव ऐशिया पेसीफिक
लाइवलीहुड अवार्ड से भी सम्मानित किया
गया है। श्रीमती पंदराम
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर यह भी
बतायेगी कि कैसे वे अंतर्राष्ट्रीय कृषि
विकास कोष परियोजना की सहायता से चल रहे
तेजस्विनी ग्रामीण महिला
सशक्तीकरण कार्यक्रम की गतिविधियों का
जमीनी स्तर पर संचालन कर
रही है।