नई दिल्ली. सरकार ने मोबाइल बैंकिंग शुरू करने के
लिए 31 मार्च तक सेविंग अकाउंट्स से कस्टमर के आधार और
मोबाइल नंबर लिंक करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने कहा कि
इस काम को एक कैंपेन की तरह पूरा किया जाए
ताकि कैशलेस और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया जा सके।
सोर्सेज के मुताबिक सभी सेविंग अकाउंट्स में 31
तक इटरनेट बैंकिंग शुरू करने कोे भी कहा गया गया
है। AEPS के लिए जरूरी है आधार नंबर...
-कैबिनेट सेक्रेटेरियट के नोटिफिकेशन के मुताबिक
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन
टेक्नोलॉजी(MEITY)को डिजिटल ट्रांजैक्शन और
डिजिटल पेमेंट के प्रमोशन की
जिम्मेदारी सौंपी गई है।
-इसमें कहा गया,"अकाउंट्स को मोबाइल नंबर से जोड़ना और
इनके जरिए मोबाइल बैिकंग शुरू करना मोबाइल पेमेंट के लिए
जरूरी है। इसी तरह आधार इनेबल्ड
पेमेंट सिस्टम(AEPS)के लिए अकाउंट्स को आधार नंबर से
लिंक करना जरूरी है।'"
65%सेविंग अकाउंट में मोबाइल नंबर लिंक किए गए
-एक अनुमान के मुताबिक अब तक 65%सेविंग अकाउंट्स
मोबाइल नंबर से जोड़े गए हैं। इनमें से केवल 20%में मोबाइल
बैंकिंग शुरू की गई है। उधर,50%सेविंग अकाउंट्स
को आधार से लिंक किया गया है।
-MEITY ने बैंकों को सलाह दी है कि इस प्रोसेस
को आसान बनाने के लिए कस्टमर्स को बैंक बुलाने या
एटीएम जाने को कहने की बजाय उनसे
फोन पर इस बारे में रजामंदी ली
जाए,क्योंकि ये तुरंत आवश्यक है।
MEITY रखेगी कैंपेन पर नजर
-MEITY के मुताबिक इस कैंपेन को तुरंत शुरू कर दिया गया है।
इस पर फाइनेंशियल सर्विस डिपार्टमेंट के साथ-साथ MEITY
नजर रखेगी।
-मोबाइल नंबर सीडिंग के लिए बैंक कैंप लगाएंगे और
इसके बारे में नेशनल,रीजनल और लोकल
मीडिया में पर्याप्त पब्लिसिटी
भी करेंगे।
-खासतौर पर रूरल एरिया में इस कैंपेन को सही
तरह से चलाने के लिए बैंक अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करेंगे।
इसके अलावा इसमें बैंकिंग मित्र और कॉरेस्पॉन्टेंड को
भी लगाया जाएगा।
वॉलेंटरी होगी मोबाइल और आधार
बेस्ड बैंकिंग
-नोटिफिकेशन में कहा गया कि मोबाइल और आधार बेस्ड बैंकिंग
पूरी तरह से वॉलेंटरी
होगी।
-हालांकि,इसके फायदों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है
कि बड़ी तादाद में कस्टमर्स इससे जुड़ेंगे।
-बैकों को भी इस कैंपने के लिए पर्याप्त
इन्फ्रास्ट्रक्चर और सर्विस देने की
तैयारी करने को कहा गया है,ताकि कस्टमर्स को
परेशानी ना हो।
लिए 31 मार्च तक सेविंग अकाउंट्स से कस्टमर के आधार और
मोबाइल नंबर लिंक करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने कहा कि
इस काम को एक कैंपेन की तरह पूरा किया जाए
ताकि कैशलेस और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया जा सके।
सोर्सेज के मुताबिक सभी सेविंग अकाउंट्स में 31
तक इटरनेट बैंकिंग शुरू करने कोे भी कहा गया गया
है। AEPS के लिए जरूरी है आधार नंबर...
-कैबिनेट सेक्रेटेरियट के नोटिफिकेशन के मुताबिक
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन
टेक्नोलॉजी(MEITY)को डिजिटल ट्रांजैक्शन और
डिजिटल पेमेंट के प्रमोशन की
जिम्मेदारी सौंपी गई है।
-इसमें कहा गया,"अकाउंट्स को मोबाइल नंबर से जोड़ना और
इनके जरिए मोबाइल बैिकंग शुरू करना मोबाइल पेमेंट के लिए
जरूरी है। इसी तरह आधार इनेबल्ड
पेमेंट सिस्टम(AEPS)के लिए अकाउंट्स को आधार नंबर से
लिंक करना जरूरी है।'"
65%सेविंग अकाउंट में मोबाइल नंबर लिंक किए गए
-एक अनुमान के मुताबिक अब तक 65%सेविंग अकाउंट्स
मोबाइल नंबर से जोड़े गए हैं। इनमें से केवल 20%में मोबाइल
बैंकिंग शुरू की गई है। उधर,50%सेविंग अकाउंट्स
को आधार से लिंक किया गया है।
-MEITY ने बैंकों को सलाह दी है कि इस प्रोसेस
को आसान बनाने के लिए कस्टमर्स को बैंक बुलाने या
एटीएम जाने को कहने की बजाय उनसे
फोन पर इस बारे में रजामंदी ली
जाए,क्योंकि ये तुरंत आवश्यक है।
MEITY रखेगी कैंपेन पर नजर
-MEITY के मुताबिक इस कैंपेन को तुरंत शुरू कर दिया गया है।
इस पर फाइनेंशियल सर्विस डिपार्टमेंट के साथ-साथ MEITY
नजर रखेगी।
-मोबाइल नंबर सीडिंग के लिए बैंक कैंप लगाएंगे और
इसके बारे में नेशनल,रीजनल और लोकल
मीडिया में पर्याप्त पब्लिसिटी
भी करेंगे।
-खासतौर पर रूरल एरिया में इस कैंपेन को सही
तरह से चलाने के लिए बैंक अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करेंगे।
इसके अलावा इसमें बैंकिंग मित्र और कॉरेस्पॉन्टेंड को
भी लगाया जाएगा।
वॉलेंटरी होगी मोबाइल और आधार
बेस्ड बैंकिंग
-नोटिफिकेशन में कहा गया कि मोबाइल और आधार बेस्ड बैंकिंग
पूरी तरह से वॉलेंटरी
होगी।
-हालांकि,इसके फायदों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है
कि बड़ी तादाद में कस्टमर्स इससे जुड़ेंगे।
-बैकों को भी इस कैंपने के लिए पर्याप्त
इन्फ्रास्ट्रक्चर और सर्विस देने की
तैयारी करने को कहा गया है,ताकि कस्टमर्स को
परेशानी ना हो।