महोबा. यहां महाकौशल एक्सप्रेस (12189) के 8 कोच देर
रात करीब 2.07 बजे पटरी से उतर
गए। हादसे में 45 लोग जख्मी हुए हैं। ट्रेन
एमपी के जबलपुर से दिल्ली के
निजामुद्दीन स्टेशन जा रही
थी। पैसेंजर्स ने बताया, ''हम नींद में
थे। महोबा और कुलपहाड़ के बीच कमालपुरा गांव
के पास अचानक झटका लगा। हमारी
नींद खुल गई। देखा तो ट्रेन पलट चुकी
थी। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
हमारी जान तो बच गई, लेकिन हमने मौत को
करीब से देखा है। अब तो ट्रेन में बैठने से
भी डर लगेगा।'' खिड़कियों के शीशे
तोड़कर लोगों को निकाला गया बाहर...
- ट्रेन में ट्रैवल कर रहे पैसेंजर मुकेश और गौतम ने बताया,
''हम लोग सो रहे थे। एकदम से 3 बार खड़खड़
की आवाज आई और ट्रेन पलट गई
थी। सभी चिल्लाने लगे। इसके बाद
सभी उठे और अासपास के लोगों ने मदद
की। खिड़कियों के शीशे तोड़कर हमें
बाहर निकाला गया। फिर समझ में आया कि डिब्बे
पटरी से नीचे चले गए हैं।''
हादसा महोबा और कुलपहाड़ के बीच हुआ
- हादसा महोबा और कुलपहाड़ के बीच गेट नंबर
420 पर हुआ। फर्स्ट एसी का 1, सेकंड
एसी का 1 कोच, थर्ड एसी के 2 कोच,
2 जनरल कोच, 1 स्लीपर और 1 एसएलआर
कोच हादसे का शिकार हुए हैं।
- हादसे के बाद झांसी और महोबा से
रिलीफ ट्रेन फौरन भेजी गई। बताया जा
रहा है कि महोबा स्टेशन से चलने के 10
किलोमीटर के बाद ही ट्रेन
पटरी से उतर गई। उस समय ट्रेन की
रफ्तार बहुत कम थी वरना बड़ा हादसा हो सकता
था।
- सभी पैसेंजर्स को सुरक्षित बाहर निकाल लिया
गया है। रेलवे के अफसर, डीएम,
एसपी राहत कार्य में जुटे हैं।
घटनास्थल के लिए एम्बुलेंस रवाना
- बांदा से घटनास्थल के लिए एम्बुलेंस भेजी गई
हैं। हमीरपुर, बांदा और आसपास के जिलों से राहत
टीमें बुलाई गई हैं। एडीजी
लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया
कि घटना के बाद से
डीजीपी ऑफिस एक्टिव हो
गया है।
- रेलवे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 1-2 महीने
पहले यहां ट्रेन की पटरी
टूटी हुई थी, जिसे वेल्डिंग करके जोड़ा
गया था। हो सकता है कि वेल्डिंग कमजोर होने से ये हादसा
हुआ हो।
क्या कहना है स्वास्थ्य मंत्री का?
- यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ
सिंह ने कहा, ''घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाने 21 एम्बुलेंस
घटनास्थल पर भेजी गई है। घायलों को इलाज के
लिए पास के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। डॉक्टरों को
हॉस्पिटल में मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
- सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि घायलों के इलाज
में किसी भी तरह की
लापरवाही न होने पाए।
घायलों को आर्थिक मदद का एलान
- यूपी सरकार ने गंभीर रूप से घायलों को
50 हजार और आंशिक रूप से घायल लोगों को 25 हजार रुपए
देने का निर्णय किया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए
झांसी- 0510-1072
ग्वालियर- 0751-1072
बांदा- 05192-1072
हाल के दिनों में यूपी में हुए रेल हादसे
- इसी महीने 8 मार्च को रात
करीब 1 बजे रक्सौल से दिल्ली जाने
वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस यूपी के
सीतापुर स्टेशन के पास मालगाड़ी से
टकरा गई थी। हादसे में ट्रेन का दूसरा डिब्बा
मालगाड़ी के आखिरी कोच से टक्कर
गया था, जिसमें 5 पैसेंजर जख्मी हो गए थे।
कालिंदी एक्सप्रेस की
मालगाड़ी से हुई टक्कर
- 20 फरवरी को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के पास
टुंडला स्टेशन पर कालिंदी एक्सप्रेस
की टक्कर मालगाड़ी से हो गई
थी। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
टक्कर के बाद एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी
से उतर गए थे।
सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे
पटरी से उतरे
- कानपुर देहात के पास 29 दिसंबर की सुबह
सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी
से उतर गए थे। जिसमें 50 से ज्यादा लोग जख्मी
हुए थे।
इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे में हुई थी 145
की मौत
- कानपुर देहात के रेलवे स्टेशन पुखरायां के पास 20 नवंबर
की सुबह करीब 3.15 बजे इंदौर-पटना
एक्सप्रेस ट्रेन डिरेल हो गई थी। हादसे में 14
डिब्बे पटरी से उतरे थे। इसमें 145 लोगों
की मौत हुई, जबकि 175 से ज्यादा लोग
जख्मी हुए थे।
रात करीब 2.07 बजे पटरी से उतर
गए। हादसे में 45 लोग जख्मी हुए हैं। ट्रेन
एमपी के जबलपुर से दिल्ली के
निजामुद्दीन स्टेशन जा रही
थी। पैसेंजर्स ने बताया, ''हम नींद में
थे। महोबा और कुलपहाड़ के बीच कमालपुरा गांव
के पास अचानक झटका लगा। हमारी
नींद खुल गई। देखा तो ट्रेन पलट चुकी
थी। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
हमारी जान तो बच गई, लेकिन हमने मौत को
करीब से देखा है। अब तो ट्रेन में बैठने से
भी डर लगेगा।'' खिड़कियों के शीशे
तोड़कर लोगों को निकाला गया बाहर...
- ट्रेन में ट्रैवल कर रहे पैसेंजर मुकेश और गौतम ने बताया,
''हम लोग सो रहे थे। एकदम से 3 बार खड़खड़
की आवाज आई और ट्रेन पलट गई
थी। सभी चिल्लाने लगे। इसके बाद
सभी उठे और अासपास के लोगों ने मदद
की। खिड़कियों के शीशे तोड़कर हमें
बाहर निकाला गया। फिर समझ में आया कि डिब्बे
पटरी से नीचे चले गए हैं।''
हादसा महोबा और कुलपहाड़ के बीच हुआ
- हादसा महोबा और कुलपहाड़ के बीच गेट नंबर
420 पर हुआ। फर्स्ट एसी का 1, सेकंड
एसी का 1 कोच, थर्ड एसी के 2 कोच,
2 जनरल कोच, 1 स्लीपर और 1 एसएलआर
कोच हादसे का शिकार हुए हैं।
- हादसे के बाद झांसी और महोबा से
रिलीफ ट्रेन फौरन भेजी गई। बताया जा
रहा है कि महोबा स्टेशन से चलने के 10
किलोमीटर के बाद ही ट्रेन
पटरी से उतर गई। उस समय ट्रेन की
रफ्तार बहुत कम थी वरना बड़ा हादसा हो सकता
था।
- सभी पैसेंजर्स को सुरक्षित बाहर निकाल लिया
गया है। रेलवे के अफसर, डीएम,
एसपी राहत कार्य में जुटे हैं।
घटनास्थल के लिए एम्बुलेंस रवाना
- बांदा से घटनास्थल के लिए एम्बुलेंस भेजी गई
हैं। हमीरपुर, बांदा और आसपास के जिलों से राहत
टीमें बुलाई गई हैं। एडीजी
लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया
कि घटना के बाद से
डीजीपी ऑफिस एक्टिव हो
गया है।
- रेलवे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 1-2 महीने
पहले यहां ट्रेन की पटरी
टूटी हुई थी, जिसे वेल्डिंग करके जोड़ा
गया था। हो सकता है कि वेल्डिंग कमजोर होने से ये हादसा
हुआ हो।
क्या कहना है स्वास्थ्य मंत्री का?
- यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ
सिंह ने कहा, ''घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाने 21 एम्बुलेंस
घटनास्थल पर भेजी गई है। घायलों को इलाज के
लिए पास के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। डॉक्टरों को
हॉस्पिटल में मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
- सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि घायलों के इलाज
में किसी भी तरह की
लापरवाही न होने पाए।
घायलों को आर्थिक मदद का एलान
- यूपी सरकार ने गंभीर रूप से घायलों को
50 हजार और आंशिक रूप से घायल लोगों को 25 हजार रुपए
देने का निर्णय किया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए
झांसी- 0510-1072
ग्वालियर- 0751-1072
बांदा- 05192-1072
हाल के दिनों में यूपी में हुए रेल हादसे
- इसी महीने 8 मार्च को रात
करीब 1 बजे रक्सौल से दिल्ली जाने
वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस यूपी के
सीतापुर स्टेशन के पास मालगाड़ी से
टकरा गई थी। हादसे में ट्रेन का दूसरा डिब्बा
मालगाड़ी के आखिरी कोच से टक्कर
गया था, जिसमें 5 पैसेंजर जख्मी हो गए थे।
कालिंदी एक्सप्रेस की
मालगाड़ी से हुई टक्कर
- 20 फरवरी को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के पास
टुंडला स्टेशन पर कालिंदी एक्सप्रेस
की टक्कर मालगाड़ी से हो गई
थी। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
टक्कर के बाद एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी
से उतर गए थे।
सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे
पटरी से उतरे
- कानपुर देहात के पास 29 दिसंबर की सुबह
सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी
से उतर गए थे। जिसमें 50 से ज्यादा लोग जख्मी
हुए थे।
इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे में हुई थी 145
की मौत
- कानपुर देहात के रेलवे स्टेशन पुखरायां के पास 20 नवंबर
की सुबह करीब 3.15 बजे इंदौर-पटना
एक्सप्रेस ट्रेन डिरेल हो गई थी। हादसे में 14
डिब्बे पटरी से उतरे थे। इसमें 145 लोगों
की मौत हुई, जबकि 175 से ज्यादा लोग
जख्मी हुए थे।