नई दिल्ली 'पैसे रिश्वत लेकर वोट देने'वाले बयान
पर फटकार लगने के बाद अरविंद केजरीवाल ने
इलेक्शन कमीशन को लेटर लिखा।
उन्होंने सफाई में कहा,''सोचता था कि चुनावों में
पैसे बांटकर वोट लेने की पड़ताल के लिए ईसी
अपना मुझे ब्रांड एम्बेसडर बनाएगा। लेकिन मुझे
ऐसा कहने से रोककर कमीशन ने खुद भ्रष्टाचार
को बढ़ावा दिया।अगर मेरा बयान रिश्वतखोरी
के खिलाफ प्रचारित करें तो दावा करता हूं कि
दो साल में यह परंपरा खत्म होगी। पहले भी मैंने
ऐसा ही बयान दिया था,लेकिन तब दिल्ली
कोर्ट ने भी माना था कि ये रिश्वतखोरी से
जुड़ा नहीं है।''केजरी ने कहा-मुझे बयान जारी
रखने की इजाजत दें...
-मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,सीईसी नसीम
जैदी को लिखे लेटर में केजरीवाल ने मांग
की-''कमीशन मामले को रिव्यू करे और उन्हें फिर
ऐसे बयान देने की इजाजत दे,ताकि जो वोटर्स
को घूस देते हैं,उनकी पड़ताल हो सके। मैंने किसी
को घूस लेने के लिए नहीं उकसाया।''
-आप संयोजक ने लिखा,''सभी आरोप झूठे हैं। सच ये
है कि मैं रिश्वत पर लगाम कसने की कोशिश कर
रहा हूं। पूरा देश जानता है कि आम आदमी पार्टी
का जन्म ही भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी से लड़ने
के लिए हुआ। हमने प्रण किया है कि इसे बाहर
निकालकर ही दम लेंगे।''
-''मैंने क्या गलत कहा?अगर मैं कहता कि वोट उसी
पार्टी को दो,जिससे पैसे लिए तो ये रिश्वत
कहलाती। मैंने तो ये कहा है कि ऐसी कैंडिडेट्स
को वोट मत दीजिए,जो पैसे देकर वोट हासिल
करना चाहते हैं।''
-केजरी ने दावा किया,''मेरा बयान रिश्वतखोरी
खत्म करेगा। जब पैसे बांटने वाली पार्टियों को
इसके बाबजूद भी वोट नहीं मिलेंगे तो वो ऐसा
करना बंद कर देंगी। दिल्ली में लोगों ने बीजेपी-
कांग्रेस से पैसे लेकर आप को वोट दिया। अब वो
ऐसा करने से पहले दो बार सोचेंगी कि पैसा तो
बेकार गया।''
BJP ने कहा-खुद को जज समझते हैं केजरी
पर फटकार लगने के बाद अरविंद केजरीवाल ने
इलेक्शन कमीशन को लेटर लिखा।
उन्होंने सफाई में कहा,''सोचता था कि चुनावों में
पैसे बांटकर वोट लेने की पड़ताल के लिए ईसी
अपना मुझे ब्रांड एम्बेसडर बनाएगा। लेकिन मुझे
ऐसा कहने से रोककर कमीशन ने खुद भ्रष्टाचार
को बढ़ावा दिया।अगर मेरा बयान रिश्वतखोरी
के खिलाफ प्रचारित करें तो दावा करता हूं कि
दो साल में यह परंपरा खत्म होगी। पहले भी मैंने
ऐसा ही बयान दिया था,लेकिन तब दिल्ली
कोर्ट ने भी माना था कि ये रिश्वतखोरी से
जुड़ा नहीं है।''केजरी ने कहा-मुझे बयान जारी
रखने की इजाजत दें...
-मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,सीईसी नसीम
जैदी को लिखे लेटर में केजरीवाल ने मांग
की-''कमीशन मामले को रिव्यू करे और उन्हें फिर
ऐसे बयान देने की इजाजत दे,ताकि जो वोटर्स
को घूस देते हैं,उनकी पड़ताल हो सके। मैंने किसी
को घूस लेने के लिए नहीं उकसाया।''
-आप संयोजक ने लिखा,''सभी आरोप झूठे हैं। सच ये
है कि मैं रिश्वत पर लगाम कसने की कोशिश कर
रहा हूं। पूरा देश जानता है कि आम आदमी पार्टी
का जन्म ही भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी से लड़ने
के लिए हुआ। हमने प्रण किया है कि इसे बाहर
निकालकर ही दम लेंगे।''
-''मैंने क्या गलत कहा?अगर मैं कहता कि वोट उसी
पार्टी को दो,जिससे पैसे लिए तो ये रिश्वत
कहलाती। मैंने तो ये कहा है कि ऐसी कैंडिडेट्स
को वोट मत दीजिए,जो पैसे देकर वोट हासिल
करना चाहते हैं।''
-केजरी ने दावा किया,''मेरा बयान रिश्वतखोरी
खत्म करेगा। जब पैसे बांटने वाली पार्टियों को
इसके बाबजूद भी वोट नहीं मिलेंगे तो वो ऐसा
करना बंद कर देंगी। दिल्ली में लोगों ने बीजेपी-
कांग्रेस से पैसे लेकर आप को वोट दिया। अब वो
ऐसा करने से पहले दो बार सोचेंगी कि पैसा तो
बेकार गया।''
BJP ने कहा-खुद को जज समझते हैं केजरी