भोपाल।
शहला मसूद हत्याकांड में सीबीआई कोर्ट ने जाहिदा परवेज, सबा फारुखी, शाकिब और ताबिश को उम्रकैद की सजा सुनाई है। केवल सरकारी गवाह इरफान को ही बरी किया गया है। क्या है इस हत्याकांड के पीछे की कहानी यहां पढ़िए... जाहिदा परवेज पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह और आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद के बीच नजदीकी से परेशान थी। उसने शहला की मौत की साजिश इसी जलन के चलते रची। हत्याकांड के अन्य आरोपियों में जाहिदा की सहेली सबा फारुखी, हत्यारों का इंतजाम करने का आरोपी शाकिब अली उर्फ 'डेंजर' और कातिल ताबिश शामिल हैं। मामले का एक अन्य आरोपी इरफान सरकारी गवाह बन चुका था। केस में 137 सुनवाई हुई। इस दौरान 83 गवाहों के बयान दर्ज हुए। शहला मसूद की हत्या के संदेह में 35 वर्षीय जाहिदा परवेज को 2012 में गिरफ्तार कर लिया गया था। जाहिदा भोपाल में आर्किटेक्चर फर्म चलाती थी। कहा यह गया कि शहला मसूद की पूर्व विधायक सिंह से बढ़ती नजदीकियों से परेशान होकर इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा ने उसे मरवा दिया। सीबीआई की जांच में इस प्रेम त्रिकोण का पता चला था। सीबीआई रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी जाहिदा भी उसी विधायक से प्रेम करती थी। डायरी में लिखा मिला- उसे घर के बाहर ही मार दिया 29 फरवरी 2012 को सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर केशव कुमार के हाथ जाहिदा की पर्सनल डायरी लगी जिसमें 16 अगस्त 2011 की तारीख में लिखा था कि उसे उसके घर के बाहर मार दिया गया। उसमें आगे लिखा था, 'मारने' के लिए अली नामक शख्स को भेजा था उसने फोन पर मुबारक बाद दी और कहा कि हमने उसे उसके घर के दरवाजे पर ही मार दिया।' जिसके बाद जाहिदा ने इस बात की पुष्टि के लिए एक और आदमी को भेजा। सीबीआई की लंबी जांच पड़ताल के बाद शहला की मौत के पीछे त्रिकोणीय प्यार की वजह का पर्दाफाश हुआ। सीबीआई को जाहिदा के पर्सनल डायरी से तत्कालीन विधायक के साथ उसके शारीरिक संबंधों का पता चला साथ ही उन्हें ग्राफिक सीडी रिकॉर्डिंग व अन्य चीजें मिलीं जो इस बात के पुख्ता सबूत थे। ध्रुव के लिए जाहिदा पर पागलपन सवार था जाहिदा परवेज की शादी भोपाल के सबसे रईस खानदान में से एक में हुई थी। कुछ गवाहों के बयानों के मुताबिक जाहिदा ध्रुवनारायण सिंह को इतना पसंद करती थी कि उसके लिए उसके दिल में पागलपन सवार था। जाहिदा यह नहीं चाहती थी कि उसके अलावा ध्रुव के साथ किसी और महिला का संबंध हो। जाहिदा को पता चला था कि ध्रुव के शहला से भी गहरे संबंध हैं। जाहिदा ने ध्रुव से कहा था कि वह किसी अन्य महिला से संबंध नहीं रखे, इस पर ध्रुव ने कहा था वह राजनीति में है और उनके संबंध सबसे हैं

भोपाल।
शहला मसूद हत्याकांड में सीबीआई कोर्ट ने जाहिदा परवेज, सबा फारुखी, शाकिब
और ताबिश को उम्रकैद की सजा सुनाई है। केवल सरकारी गवाह इरफान को ही बरी
किया गया है। क्या है इस हत्याकांड के पीछे की कहानी यहां पढ़िए...
जाहिदा परवेज पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह और आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद के बीच नजदीकी से परेशान थी। उसने शहला की मौत की साजिश इसी जलन के चलते रची। हत्याकांड के अन्य आरोपियों में जाहिदा की सहेली सबा फारुखी, हत्यारों का इंतजाम करने का आरोपी शाकिब अली उर्फ 'डेंजर' और कातिल ताबिश शामिल हैं। मामले का एक अन्य आरोपी इरफान सरकारी गवाह बन चुका था। केस में 137 सुनवाई हुई। इस दौरान 83 गवाहों के बयान दर्ज हुए।
शहला मसूद की हत्या के संदेह में 35 वर्षीय जाहिदा परवेज को 2012 में गिरफ्तार कर लिया गया था। जाहिदा भोपाल में आर्किटेक्चर फर्म चलाती थी। कहा यह गया कि शहला मसूद की पूर्व विधायक सिंह से बढ़ती नजदीकियों से परेशान होकर इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा ने उसे मरवा दिया। सीबीआई की जांच में इस प्रेम त्रिकोण का पता चला था। सीबीआई रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी जाहिदा भी उसी विधायक से प्रेम करती थी।
डायरी में लिखा मिला- उसे घर के बाहर ही मार दिया
29 फरवरी 2012 को सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर केशव कुमार के हाथ जाहिदा की पर्सनल डायरी लगी जिसमें 16 अगस्त 2011 की तारीख में लिखा था कि उसे उसके घर के बाहर मार दिया गया। उसमें आगे लिखा था, 'मारने' के लिए अली नामक शख्स को भेजा था उसने फोन पर मुबारक बाद दी और कहा कि हमने उसे उसके घर के दरवाजे पर ही मार दिया।' जिसके बाद जाहिदा ने इस बात की पुष्टि के लिए एक और आदमी को भेजा।
सीबीआई की लंबी जांच पड़ताल के बाद शहला की मौत के पीछे त्रिकोणीय प्यार की वजह का पर्दाफाश हुआ। सीबीआई को जाहिदा के पर्सनल डायरी से तत्कालीन विधायक के साथ उसके शारीरिक संबंधों का पता चला साथ ही उन्हें ग्राफिक सीडी रिकॉर्डिंग व अन्य चीजें मिलीं जो इस बात के पुख्ता सबूत थे।
ध्रुव के लिए जाहिदा पर पागलपन सवार था
जाहिदा परवेज की शादी भोपाल के सबसे रईस खानदान में से एक में हुई थी। कुछ गवाहों के बयानों के मुताबिक जाहिदा ध्रुवनारायण सिंह को इतना पसंद करती थी कि उसके लिए उसके दिल में पागलपन सवार था। जाहिदा यह नहीं चाहती थी कि उसके अलावा ध्रुव के साथ किसी और महिला का संबंध हो। जाहिदा को पता चला था कि ध्रुव के शहला से भी गहरे संबंध हैं। जाहिदा ने ध्रुव से कहा था कि वह किसी अन्य महिला से संबंध नहीं रखे, इस पर ध्रुव ने कहा था कि वह राजनीति में है और उनके संबंध सबसे हैं।
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जाहिदा परवेज पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह और आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद के बीच नजदीकी से परेशान थी। उसने शहला की मौत की साजिश इसी जलन के चलते रची। हत्याकांड के अन्य आरोपियों में जाहिदा की सहेली सबा फारुखी, हत्यारों का इंतजाम करने का आरोपी शाकिब अली उर्फ 'डेंजर' और कातिल ताबिश शामिल हैं। मामले का एक अन्य आरोपी इरफान सरकारी गवाह बन चुका था। केस में 137 सुनवाई हुई। इस दौरान 83 गवाहों के बयान दर्ज हुए।
शहला मसूद की हत्या के संदेह में 35 वर्षीय जाहिदा परवेज को 2012 में गिरफ्तार कर लिया गया था। जाहिदा भोपाल में आर्किटेक्चर फर्म चलाती थी। कहा यह गया कि शहला मसूद की पूर्व विधायक सिंह से बढ़ती नजदीकियों से परेशान होकर इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा ने उसे मरवा दिया। सीबीआई की जांच में इस प्रेम त्रिकोण का पता चला था। सीबीआई रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी जाहिदा भी उसी विधायक से प्रेम करती थी।
डायरी में लिखा मिला- उसे घर के बाहर ही मार दिया
29 फरवरी 2012 को सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर केशव कुमार के हाथ जाहिदा की पर्सनल डायरी लगी जिसमें 16 अगस्त 2011 की तारीख में लिखा था कि उसे उसके घर के बाहर मार दिया गया। उसमें आगे लिखा था, 'मारने' के लिए अली नामक शख्स को भेजा था उसने फोन पर मुबारक बाद दी और कहा कि हमने उसे उसके घर के दरवाजे पर ही मार दिया।' जिसके बाद जाहिदा ने इस बात की पुष्टि के लिए एक और आदमी को भेजा।
सीबीआई की लंबी जांच पड़ताल के बाद शहला की मौत के पीछे त्रिकोणीय प्यार की वजह का पर्दाफाश हुआ। सीबीआई को जाहिदा के पर्सनल डायरी से तत्कालीन विधायक के साथ उसके शारीरिक संबंधों का पता चला साथ ही उन्हें ग्राफिक सीडी रिकॉर्डिंग व अन्य चीजें मिलीं जो इस बात के पुख्ता सबूत थे।
ध्रुव के लिए जाहिदा पर पागलपन सवार था
जाहिदा परवेज की शादी भोपाल के सबसे रईस खानदान में से एक में हुई थी। कुछ गवाहों के बयानों के मुताबिक जाहिदा ध्रुवनारायण सिंह को इतना पसंद करती थी कि उसके लिए उसके दिल में पागलपन सवार था। जाहिदा यह नहीं चाहती थी कि उसके अलावा ध्रुव के साथ किसी और महिला का संबंध हो। जाहिदा को पता चला था कि ध्रुव के शहला से भी गहरे संबंध हैं। जाहिदा ने ध्रुव से कहा था कि वह किसी अन्य महिला से संबंध नहीं रखे, इस पर ध्रुव ने कहा था कि वह राजनीति में है और उनके संबंध सबसे हैं।
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