लखनऊ/नई दिल्ली. कांग्रेस-सपा के
बीच फंसे गठबंधन के पेंच सुलझाने के लिए प्रियंका
गांधी आगे आई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के
मुताबिक,प्रियंका ने अपने सबसे भरोसेमंद
करीबी को अखिलेश यादव से
बातचीत करने के लिए लखनऊ भेजा है। खबर ये
भी है कि शनिवार को गुलाम नबी आजाद
लखनऊ पहुंच सकते हैं। माना जा रहा है कि आज गठबंधन
का एलान हो सकता है। बता दें कि शुक्रवार को सपा
की ओर से 208 कैंडिडेट्स की नई
लिस्ट जारी की गई थी।
इसमें 9 सीटें ऐसी थीं,जहां
कांग्रेस के पहले से विधायक हैं,जिससे कांग्रेस नाराज हो गई।
ऐसा कहा जाने लगा कि गठबंधन होना अब मुश्किल है।
अखिलेश यादव के फोन का इंतजार...
-मीडिया रिपोर्ट्स में प्रियंका के भरोसेमंद शख्स का
नाम धीरज बताया जा रहा है। जो फिलहाल लखनऊ
के एक होटल में रुके हुए हैं और अखिलेश यादव
की ओर से कॉल का इंतजार कर रहे हैं।
-कांग्रेस नेताओं ने भी गठबंधन के लिए प्रियंका
गांधी के एक्टिव होने की बात
कही है,हालांकि उनकी ओर से भेजे
गए दूत के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर
दिया है।
-बता दें कि कांग्रेस के गढ़ अमेठी और
रायबरेली की सीटों को लेकर
भी अभी तक कुछ तय
नहीं किया जा सका है।
अबु आजमी ने क्या कहा?
-इस बीच पूरे मामले पर सपा नेता अबु
आजमी ने कहा,'अलायंस तब टूटता है,जब कोई
पार्टी अपनी हैसियत से ज्यादा
सीटें मांगती है।'
-'28 एमएलए की पार्टी को 90-95
सीटें देना कम नहीं है,लेकिन वो और
चाहते हैं। अब देखते हैं,वैसे तो अखिलेश जी
ही सब तय करेंगे।'
बीच फंसे गठबंधन के पेंच सुलझाने के लिए प्रियंका
गांधी आगे आई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के
मुताबिक,प्रियंका ने अपने सबसे भरोसेमंद
करीबी को अखिलेश यादव से
बातचीत करने के लिए लखनऊ भेजा है। खबर ये
भी है कि शनिवार को गुलाम नबी आजाद
लखनऊ पहुंच सकते हैं। माना जा रहा है कि आज गठबंधन
का एलान हो सकता है। बता दें कि शुक्रवार को सपा
की ओर से 208 कैंडिडेट्स की नई
लिस्ट जारी की गई थी।
इसमें 9 सीटें ऐसी थीं,जहां
कांग्रेस के पहले से विधायक हैं,जिससे कांग्रेस नाराज हो गई।
ऐसा कहा जाने लगा कि गठबंधन होना अब मुश्किल है।
अखिलेश यादव के फोन का इंतजार...
-मीडिया रिपोर्ट्स में प्रियंका के भरोसेमंद शख्स का
नाम धीरज बताया जा रहा है। जो फिलहाल लखनऊ
के एक होटल में रुके हुए हैं और अखिलेश यादव
की ओर से कॉल का इंतजार कर रहे हैं।
-कांग्रेस नेताओं ने भी गठबंधन के लिए प्रियंका
गांधी के एक्टिव होने की बात
कही है,हालांकि उनकी ओर से भेजे
गए दूत के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर
दिया है।
-बता दें कि कांग्रेस के गढ़ अमेठी और
रायबरेली की सीटों को लेकर
भी अभी तक कुछ तय
नहीं किया जा सका है।
अबु आजमी ने क्या कहा?
-इस बीच पूरे मामले पर सपा नेता अबु
आजमी ने कहा,'अलायंस तब टूटता है,जब कोई
पार्टी अपनी हैसियत से ज्यादा
सीटें मांगती है।'
-'28 एमएलए की पार्टी को 90-95
सीटें देना कम नहीं है,लेकिन वो और
चाहते हैं। अब देखते हैं,वैसे तो अखिलेश जी
ही सब तय करेंगे।'