पानीपत. आरक्षण समेत छह मांगों को लेकर
रविवार से हरियाणा में जाट आंदोलन फिर शुरू
हो गया। यह जाट आरक्षण संघर्ष समिति यशपाल
मलिक गुट की ओर से किया जा रहा है। उधर
फतेहाबाद में फ्लैग मार्च में गैरहाजिर रहने पर 5
पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह
फ्लैग मार्च जाट आंदोलन के मद्देनजर किया
जाना था।आंदाेलनकारियों का हेडऑफिस
जसिया गांव में...
-जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रदेश में 19 जगह
धरने शुरू किए हैं,लेकिन इनका हेडऑफिस रोहतक के
गांव जसिया को बनाया गया है।
-आंदोलनकारियों ने तय किया था कि वे धरने के
लिए खेतों में बैठेंगे,लेकिन वहां बारिश का पानी
भर गया। इसके बाद वे गांव के बाहर सर्विस रोड
पर ही धरना दे रहे हैं।
-उधर रोहतक के सेक्टर-6 में जाट जागृति सेना का
धरना तीसरे दिन भी जारी है।
जसिया में 16 नाके व दो कंपनियां
-रोहतक में आंदोलन के मद्देनजर सिक्युरिटी फोर्स
के नाकों की तादाद 11 से बढ़ाकर 16 कर दी गई
है।
-रेपिड एक्शन फोर्स(आरएएफ)की 2 कंपनी रोहतक
में पहुंच चुकी हैं।
-जसिया में आरएएफ और पुलिस की एक कंपनी
परमानेंट तैनात कर दी गई है।
हाईवे किनारे ही ही होगा धरना
-हिसार के गांव मय्यड़ के करीब जिस जगह धरने के
आसार हैं,वहां का डीसी और एसपी ने जायजा
लिया।
-यहां धरने की जगह को लेकर जाट नेताओं ने
साफतौर पर नहीं बताया है।
-उधर,जाट आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के स्टेट
स्पोक्सपर्सन रामभगत मलिक ने कहा कि अफसरों
ने धरने के लिए जगह बताई हैं,लेकिन धरना हाईवे
किनारे ही होगा।
भिवानी में 50 हजार लोगों के पहुंचने के आसार
-भिवानी में जींद रोड पर गांव धनाना में और
तगोहाना के जौली गांव में भी धरना शुरू हो
चुका है।
-इससे पहले शनिवार देर शाम तक धरने वाली जगह
पर 3 एकड़ जमीन को समतल किया गया।
-धरना के कन्वीनर आजाद लठवाल का दावा है
कि धरने वाली जगह पर 50 हजार लोगों के बैठने
का इंतजाम होगा।
-उधर,कैथल में शनिवार देर शाम तक एडमिनिस्ट्रेशन
ने धरने के लिए जगह की अनुमति नहीं दी।
-जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रधान प्रवीन
किच्छाना ने कहा कि समाज के लोग तय जगह
देवबन कैंची पर ही आंदोलन करेंगे।
ये 6 मांग हैं जाटों की
1.केन्द्र और राज्य में जाटों को आरक्षण दिया
जाए।
2.फरवरी 2016 के आंदोलन के दौरान मारे गए
लोगों के परिवार वालों और घायलों को
मुआवजा दिया जाए। मारे गए लोगों के आश्रितों
को नौकरी दी जाए।
3.दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएं।
4.दोषी अफसरों पर कार्रवाई की जाए।
5.सांसद राजकुमार सैनी की स्पीच की जांच
करने के बाद उनकी संसद से मेंबरशिप रद्द की जाए।
6.आंदोलन के दौरान जेल भेजे गए जाटों को रिहा
किया जाए।
रविवार से हरियाणा में जाट आंदोलन फिर शुरू
हो गया। यह जाट आरक्षण संघर्ष समिति यशपाल
मलिक गुट की ओर से किया जा रहा है। उधर
फतेहाबाद में फ्लैग मार्च में गैरहाजिर रहने पर 5
पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह
फ्लैग मार्च जाट आंदोलन के मद्देनजर किया
जाना था।आंदाेलनकारियों का हेडऑफिस
जसिया गांव में...
-जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रदेश में 19 जगह
धरने शुरू किए हैं,लेकिन इनका हेडऑफिस रोहतक के
गांव जसिया को बनाया गया है।
-आंदोलनकारियों ने तय किया था कि वे धरने के
लिए खेतों में बैठेंगे,लेकिन वहां बारिश का पानी
भर गया। इसके बाद वे गांव के बाहर सर्विस रोड
पर ही धरना दे रहे हैं।
-उधर रोहतक के सेक्टर-6 में जाट जागृति सेना का
धरना तीसरे दिन भी जारी है।
जसिया में 16 नाके व दो कंपनियां
-रोहतक में आंदोलन के मद्देनजर सिक्युरिटी फोर्स
के नाकों की तादाद 11 से बढ़ाकर 16 कर दी गई
है।
-रेपिड एक्शन फोर्स(आरएएफ)की 2 कंपनी रोहतक
में पहुंच चुकी हैं।
-जसिया में आरएएफ और पुलिस की एक कंपनी
परमानेंट तैनात कर दी गई है।
हाईवे किनारे ही ही होगा धरना
-हिसार के गांव मय्यड़ के करीब जिस जगह धरने के
आसार हैं,वहां का डीसी और एसपी ने जायजा
लिया।
-यहां धरने की जगह को लेकर जाट नेताओं ने
साफतौर पर नहीं बताया है।
-उधर,जाट आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के स्टेट
स्पोक्सपर्सन रामभगत मलिक ने कहा कि अफसरों
ने धरने के लिए जगह बताई हैं,लेकिन धरना हाईवे
किनारे ही होगा।
भिवानी में 50 हजार लोगों के पहुंचने के आसार
-भिवानी में जींद रोड पर गांव धनाना में और
तगोहाना के जौली गांव में भी धरना शुरू हो
चुका है।
-इससे पहले शनिवार देर शाम तक धरने वाली जगह
पर 3 एकड़ जमीन को समतल किया गया।
-धरना के कन्वीनर आजाद लठवाल का दावा है
कि धरने वाली जगह पर 50 हजार लोगों के बैठने
का इंतजाम होगा।
-उधर,कैथल में शनिवार देर शाम तक एडमिनिस्ट्रेशन
ने धरने के लिए जगह की अनुमति नहीं दी।
-जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रधान प्रवीन
किच्छाना ने कहा कि समाज के लोग तय जगह
देवबन कैंची पर ही आंदोलन करेंगे।
ये 6 मांग हैं जाटों की
1.केन्द्र और राज्य में जाटों को आरक्षण दिया
जाए।
2.फरवरी 2016 के आंदोलन के दौरान मारे गए
लोगों के परिवार वालों और घायलों को
मुआवजा दिया जाए। मारे गए लोगों के आश्रितों
को नौकरी दी जाए।
3.दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएं।
4.दोषी अफसरों पर कार्रवाई की जाए।
5.सांसद राजकुमार सैनी की स्पीच की जांच
करने के बाद उनकी संसद से मेंबरशिप रद्द की जाए।
6.आंदोलन के दौरान जेल भेजे गए जाटों को रिहा
किया जाए।