लखनऊ. यूपी में सपा-कांग्रेस का गठबंधन लगभग तय हो चुका है। आज इसका एलान हो सकता है। लेकिन
समाजवादी
पार्टी
की ओर से
सीटों पर सख्त रवैये अपनाने को लेकर राहुल
गांधी काफी हैरान उम्मीद थी कि सपा उन्हें सम्मानजनक सीटें देगी,लेकिन,ऐसा हुआ
नहीं। इस बीच सपा ने फर्स्ट और सेकेंड फेज
की उन सीटों के कैंडिडेट्स को फॉर्म ए और
बी को नहीं है। सपा दी 103 सीटें...
-सूत्रों की मानें तो गुरुवार को
सीटों
की पेशकश
की
थी।
-इस पर कांग्रेस ने सपा से कहा कि
दल(आरएलडी)क
कीमत पर उनके साथ गठबंधन कर
रही है।
रही है।
-इस पर सपा ने
भी
आरएलडी के साथ कोई गठजोड़
नहीं
चाहती
थी।
-साथ में ये भी कहा कि
सीटें कांग्रेस को दे
रही
है,उसी में से
आरएलडी को
भी
सीटें दे दे।
पार्टी वर्कर्स को नाराज
नहीं करना चाहते अखिलेश
-
वहीं,दूसर
की
कीमत पर अखिलेश यादव अपने नेताओं और वर्कर्स को नाराज करने के पक्ष में
नहीं हैं।
-साथ ही
ही कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में
नहीं है।
-सूत्रों की
सीटों पर सिमटा कर अपने लोगों को
भी खुश करने
की कोशिश में है।
-अखिलेश 300 से ज्यादा सीटों पर चुनाव में उतरना चाहते हैं।
सपा ने कहा था-आरएलड
नहीं होगा गठबंधन
-गुरुवार को सपा
हमारी
पार्टी
राष्ट्रीय लोक दल के साथ
नहीं,केवल कांग्रेस के साथ गठबंधन
करेगी और 300
सीटों पर खुद चुनाव
लड़ेगी।
पार्टी
बाकी
सीटों पर कांग्रेस के साथ मिलकर
लड़ेगी।
-नंदा ने कहा
नहीं चल
रही है।
अपनी
सीटें शेयर करे।
आरएलडी ने क्या कहा?
-आरएलडी के प्रवक्ता
अपनी पसंद
की
सीटें चाहते
नहीं हो पाया।'
-रिपोर्ट्स के मुताबिक,"कांग्रेस ने आरएलड
चीफ अजित सिंह के बेटे जयंत
चौधरी को 20
सीटों
की पेशकश
की
थी। जयंत
चौधरी लगातार राहुल
गांधी के संपर्क में थे।"
-आरएलडी सोर्सेज के मुताबिक,"अजित सिंह
सीटों पर गठबंधन को
राजी
नहीं थे। और,अब अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं।"
समाजवादी
पार्टी
की ओर से
सीटों पर सख्त रवैये अपनाने को लेकर राहुल
गांधी काफी हैरान उम्मीद थी कि सपा उन्हें सम्मानजनक सीटें देगी,लेकिन,ऐसा हुआ
नहीं। इस बीच सपा ने फर्स्ट और सेकेंड फेज
की उन सीटों के कैंडिडेट्स को फॉर्म ए और
बी को नहीं है। सपा दी 103 सीटें...
-सूत्रों की मानें तो गुरुवार को
सीटों
की पेशकश
की
थी।
-इस पर कांग्रेस ने सपा से कहा कि
दल(आरएलडी)क
कीमत पर उनके साथ गठबंधन कर
रही है।
रही है।
-इस पर सपा ने
भी
आरएलडी के साथ कोई गठजोड़
नहीं
चाहती
थी।
-साथ में ये भी कहा कि
सीटें कांग्रेस को दे
रही
है,उसी में से
आरएलडी को
भी
सीटें दे दे।
पार्टी वर्कर्स को नाराज
नहीं करना चाहते अखिलेश
-
वहीं,दूसर
की
कीमत पर अखिलेश यादव अपने नेताओं और वर्कर्स को नाराज करने के पक्ष में
नहीं हैं।
-साथ ही
ही कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में
नहीं है।
-सूत्रों की
सीटों पर सिमटा कर अपने लोगों को
भी खुश करने
की कोशिश में है।
-अखिलेश 300 से ज्यादा सीटों पर चुनाव में उतरना चाहते हैं।
सपा ने कहा था-आरएलड
नहीं होगा गठबंधन
-गुरुवार को सपा
हमारी
पार्टी
राष्ट्रीय लोक दल के साथ
नहीं,केवल कांग्रेस के साथ गठबंधन
करेगी और 300
सीटों पर खुद चुनाव
लड़ेगी।
पार्टी
बाकी
सीटों पर कांग्रेस के साथ मिलकर
लड़ेगी।
-नंदा ने कहा
नहीं चल
रही है।
अपनी
सीटें शेयर करे।
आरएलडी ने क्या कहा?
-आरएलडी के प्रवक्ता
अपनी पसंद
की
सीटें चाहते
नहीं हो पाया।'
-रिपोर्ट्स के मुताबिक,"कांग्रेस ने आरएलड
चीफ अजित सिंह के बेटे जयंत
चौधरी को 20
सीटों
की पेशकश
की
थी। जयंत
चौधरी लगातार राहुल
गांधी के संपर्क में थे।"
-आरएलडी सोर्सेज के मुताबिक,"अजित सिंह
सीटों पर गठबंधन को
राजी
नहीं थे। और,अब अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं।"