लखनऊ पार्टियांचुनावी कैम्पेन की
स्ट्रैटजी को लेकर काफी एक्टिव हो
गई हैं। खबर है कि कांग्रेस के स्ट्रै
टजिस्ट प्रशांत किशोर ने
कैम्पेन के लिए बॉलीवुड के फेमस
गाने'बेबी को बेस पसंद है'की तर्ज
पर'यूपी को ये साथ पसंद है'गाना तैयार करवाया है।
दो मिनट के इस गाने में राहुल-अखिलेश को युवा नेता और उनके
कामों को बताया जाएगा। सूत्रों की मानें तो 29
जनवरी को राहुल की अखिलेश-डिंपल
से होने वाली मुलाकात के बाद इस गाने और कांग्रेस
की थीम'अपने लड़के v/s
बाहरी मोदी'को लखनऊ में लॉन्च किया
जा सकता है। सपा-कांग्रेस का नारा होगा-अपने लड़के v/s
बाहरी मोदी...
-यूपी असेंबली इलेक्शन के लिए
प्रशांत किशोर ने नया नारा भी तैयार किया है।
कैम्पेनिंग के दौरान कांग्रेस और सपा का स्लोगन होगा-'अपने
लड़के v/s बाहरी मोदी'।
-पूरे चुनाव में इस नारे और स्ट्रैटजी के साथ
बीजेपी को घेरने की योजना
है।
-इस स्लोगन और स्ट्रैटजी को राहुल और प्रियंका
गांधी के साथ ही अखिलेश यादव
की भी हरी
झंडी मिल चुकी है।
कैम्पेनिंग के दौरान मोदी होंगे निशाने पर
-यूपी में कांग्रेस के सोशल मीडिया
इंचार्ज पीयूष मिश्रा ने बताया,'कांग्रेस और सपा ने
मोदी को केंद्र में रखकर यूपी में चुनाव
लड़ने की तैयारी की है।'
-'कैम्पेन में ये बात उठाई जाएगी कि राहुल और
अखिलेश युवा चेहरे हैं और यूपी में
इनकी जड़ें काफी मजबूत हैं।'
कांग्रेस के दूसरे नेता भी सपा नेताओं के साथ
करेंगे प्रचार
-राहुल गांधी और अखिलेश यादव यूपी
में साथ में करीब 14 रैलियों को एड्रेस करेंगे। रविवार
को राहुल लखनऊ में अखिलेश यादव और डिंपल यादव से
मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में यूपी चुनाव
की स्ट्रैटजी पर चर्चा
होगी।
-वहीं,राहुल की तरह प्रमोद
तिवारी और राज बब्बर भी सपा नेताओं
के साथ अलायंस के पक्ष में प्रचार कर सकते हैं।
-दोनों पार्टियों के सियासी रणनीतिकारों से
पीके की टीम चर्चा कर
रैलियों की डेट और जगह तय कर रही
है।
'अपने लड़के Vs बाहरी
मोदी'थीम क्यों?
-माना जा रहा है कि कांग्रेस-सपा ने'अपने लड़के Vs
बाहरी मोदी'की
चुनावी थीम बिहार असेंबली
इलेक्शन में महागठबंधन की सफलता के
मद्देनजर तय की है।
-बता दें कि नीतीश कुमार
की अगुआई में बिहार में जेडीयू-
आरजेडी-कांग्रेस-एनसीपी
के महागठबंधन ने पीएम मोदी को
रोकने के लिए'बिहारी'बनाम'बाहरी'का
चुनावी नारा दिया था।
-इसके अलावा उस समय'बिहार में बहार
हो,नीतीशे कुमार हो'गाना
काफी फेमस हुआ था और ये भी
प्रशांत की स्ट्रैटजी का हिस्सा था।
-बिहार चुनाव में बीजेपी ने
सीएम पद का कैंडिडेट घोषित नहीं किया
था और पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव
लड़ा था।
-कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक,सपा-कांग्रेस के साथ आने से मुख्य
मुकाबला अब बीजेपी और इस अलायंस
के बीच ही है।
-बीजेपी यूपी में
भी मोदी के चेहरे के साथ
चुनावी मैदान में है,इसलिए यहां का चुनाव
भी बिहार से ज्यादा अलग नहीं है।
-यूपी में भी
बीजेपी के पास सीएम
चेहरा नहीं है,ऐसे में सपा-कांग्रेस के कैम्पेन
की स्ट्रैटजी ये बताने की
होगी कि अखिलेश और राहुल दोनों यूपी
के अपने लड़के हैं,जो उनके बीच ही
रहेंगे। जबकि मोदी तो बाहरी हैं।
स्ट्रैटजी को लेकर काफी एक्टिव हो
गई हैं। खबर है कि कांग्रेस के स्ट्रै
टजिस्ट प्रशांत किशोर ने
कैम्पेन के लिए बॉलीवुड के फेमस
गाने'बेबी को बेस पसंद है'की तर्ज
पर'यूपी को ये साथ पसंद है'गाना तैयार करवाया है।
दो मिनट के इस गाने में राहुल-अखिलेश को युवा नेता और उनके
कामों को बताया जाएगा। सूत्रों की मानें तो 29
जनवरी को राहुल की अखिलेश-डिंपल
से होने वाली मुलाकात के बाद इस गाने और कांग्रेस
की थीम'अपने लड़के v/s
बाहरी मोदी'को लखनऊ में लॉन्च किया
जा सकता है। सपा-कांग्रेस का नारा होगा-अपने लड़के v/s
बाहरी मोदी...
-यूपी असेंबली इलेक्शन के लिए
प्रशांत किशोर ने नया नारा भी तैयार किया है।
कैम्पेनिंग के दौरान कांग्रेस और सपा का स्लोगन होगा-'अपने
लड़के v/s बाहरी मोदी'।
-पूरे चुनाव में इस नारे और स्ट्रैटजी के साथ
बीजेपी को घेरने की योजना
है।
-इस स्लोगन और स्ट्रैटजी को राहुल और प्रियंका
गांधी के साथ ही अखिलेश यादव
की भी हरी
झंडी मिल चुकी है।
कैम्पेनिंग के दौरान मोदी होंगे निशाने पर
-यूपी में कांग्रेस के सोशल मीडिया
इंचार्ज पीयूष मिश्रा ने बताया,'कांग्रेस और सपा ने
मोदी को केंद्र में रखकर यूपी में चुनाव
लड़ने की तैयारी की है।'
-'कैम्पेन में ये बात उठाई जाएगी कि राहुल और
अखिलेश युवा चेहरे हैं और यूपी में
इनकी जड़ें काफी मजबूत हैं।'
कांग्रेस के दूसरे नेता भी सपा नेताओं के साथ
करेंगे प्रचार
-राहुल गांधी और अखिलेश यादव यूपी
में साथ में करीब 14 रैलियों को एड्रेस करेंगे। रविवार
को राहुल लखनऊ में अखिलेश यादव और डिंपल यादव से
मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में यूपी चुनाव
की स्ट्रैटजी पर चर्चा
होगी।
-वहीं,राहुल की तरह प्रमोद
तिवारी और राज बब्बर भी सपा नेताओं
के साथ अलायंस के पक्ष में प्रचार कर सकते हैं।
-दोनों पार्टियों के सियासी रणनीतिकारों से
पीके की टीम चर्चा कर
रैलियों की डेट और जगह तय कर रही
है।
'अपने लड़के Vs बाहरी
मोदी'थीम क्यों?
-माना जा रहा है कि कांग्रेस-सपा ने'अपने लड़के Vs
बाहरी मोदी'की
चुनावी थीम बिहार असेंबली
इलेक्शन में महागठबंधन की सफलता के
मद्देनजर तय की है।
-बता दें कि नीतीश कुमार
की अगुआई में बिहार में जेडीयू-
आरजेडी-कांग्रेस-एनसीपी
के महागठबंधन ने पीएम मोदी को
रोकने के लिए'बिहारी'बनाम'बाहरी'का
चुनावी नारा दिया था।
-इसके अलावा उस समय'बिहार में बहार
हो,नीतीशे कुमार हो'गाना
काफी फेमस हुआ था और ये भी
प्रशांत की स्ट्रैटजी का हिस्सा था।
-बिहार चुनाव में बीजेपी ने
सीएम पद का कैंडिडेट घोषित नहीं किया
था और पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव
लड़ा था।
-कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक,सपा-कांग्रेस के साथ आने से मुख्य
मुकाबला अब बीजेपी और इस अलायंस
के बीच ही है।
-बीजेपी यूपी में
भी मोदी के चेहरे के साथ
चुनावी मैदान में है,इसलिए यहां का चुनाव
भी बिहार से ज्यादा अलग नहीं है।
-यूपी में भी
बीजेपी के पास सीएम
चेहरा नहीं है,ऐसे में सपा-कांग्रेस के कैम्पेन
की स्ट्रैटजी ये बताने की
होगी कि अखिलेश और राहुल दोनों यूपी
के अपने लड़के हैं,जो उनके बीच ही
रहेंगे। जबकि मोदी तो बाहरी हैं।